सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने घोष ब्रदर्स के जू रोड के स्पेनिश गार्डन और मानिक नगर स्थित आवासों तथा कोलकाता स्थित आवासों पर आज छापे मारे। मालूम हो कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने गत 2 जून को घोष ब्रदर्स ऑटोमोबाइल्स तथा उसके प्रमोटर्स व डायरेक्टर के खिलाफ मामले दर्ज किया था। इन लोगों पर बैंक के 168 करोड़ रुपए गबन करने का आरोप है। इस मामले में सीबीआई ने प्रणब कुमार घोष, अतुल कुमार घोष, गीता रानी घोष और प्रवीण कुमार घोष को आरोपी बताया है। घोष ब्रदर्स ऑटोमोबाइल्स के प्रमोटर्स और डायरेक्टर के अलावा सीबीआई ने चार्टर्ड अकाउंटेंट अरुणाभ चट्टोपाध्याय व बैंक के कर्मचारियों को भी अभियुक्त बताया है। सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि आईडीबीआई बैंक ने इन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया है कि इन लोगों ने बैंक के सामने गलत दस्तावेज व तथ्य रखकर लोन लिया था। घोष ब्रदर्स पर यह भी आरोप है कि उन्होंने बैंक से लिए गए लोन के पैसों का उपयोग दूसरे कामों में भी किया है। यानी जिस उद्देश्य से बैंक से लोन लिया गया था, उसके बजाय अन्य कामों में पैसे लगा दिए गए।सीबीआई का कहना है कि 10 जुलाई 2020 को घोष ब्रदर्स पर कुल बकाया राशि 153.38 करोड़ थी।