कोरोना महामारी की दूसरी लहर और भारत में उसके बुरे प्रभाव के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता कायम है। अमरीकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म मॉर्निंग कंसल्ट के सर्वे में ग्लोबल लीडर्स की रैंकिंग में मोदी टॉप पर हैं। उनकी लोकप्रियता को 100 में 66प्रति. नंबर मिले हैं। इस सर्वे में अमरीका, ब्रिटेन, रूस, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्राजील, फ्रांस और जर्मनी सहित 13 देश के नेताओं को शामिल किया गया था। हालांकि सर्वे में बताया गया है कि पिछले एक साल में मोदी की लोकप्रियता में 20प्रति. गिरावट आई है। फिर भी जून की शुरुआत तक 66 प्रति. लोग मोदी को पसंद करते हैं। सर्वे में भारत के 2,126 लोगों को शामिल किया गया। इसमें 28 प्रति. लोगों ने मोदी की लोकप्रियता को अस्वीकार भी किया। सर्वे में सिर्फ 3 देश के नेताओं की रेटिंग 60 के ऊपर है। सर्वे में मोदी के बाद इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी का नंबर है। उनकी रेटिंग 65प्रति. है। इसके बाद तीसरे नंबर पर मैक्सिको के राष्ट्रपति लोपेज ओब्रेडोर हैं। इनकी रेटिंग 63प्रति. है। मॉर्निंग कंसल्ट पॉलिटिकल इंटेलिजेंस अमेरिका, भारत, फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्राजील, जर्मनी, इटली, जापान, मेक्सिको, दक्षिण कोरिया, स्पेन और ब्रिटेन के नेताओं की अप्रूवल रेटिंग ट्रैक करता है और हर सप्ताह नए डेटा के साथ अपना पेज अपडेट करता है।
किस नेता की कितनी रैंकिंग?
1. नरेंद्र मोदी : 66 प्रति. 2. मारियो ड्राघी (इटली) : 65 प्रति., 3. लोपेज ओब्राडोर (मेक्सिको) : 63 प्रति., 4. स्कॉट मॉरिसन (ऑस्ट्रेलिया) : 54 प्रति., 5. एंजेला मर्केल (जर्मनी) :53 प्रति., 6. जो बाइडेन (अमरीका) : 53 प्रति., 7. जस्टिन ट्रूडो (कनाडा) :48 प्रति., 8. बोरिस जॉनसन (ब्रिटेन) :44 प्रति., 9. मून जे-इन (दक्षिण कोरिया) :37 प्रति., 10. पेड्रो सांचेज (स्पेन) : 36 प्रति., 11. जायर बोल्सोनारो (ब्राजील) : 35 प्रति., 12. इमैनुएल मैक्रों (फ्रांस) : 35 प्रति., 13. योशीहिदे सुगा (जापान) : 29 प्रति.।
राष्ट्र के नाम संबोधन से सुधरी रैंकिंग
अमरीकी एजेंसी ने 7 जून को मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को रैंकिंग सुधरने का एक जरिया माना है। इसमें उन्होंने कई घोषणाएं की थीं। राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने 18 साल से ज्यादा के सभी लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगवाने की घोषणा की थी। उन्होंने राज्य सरकारों को 75 प्रतिशत वैक्सीन की आपूर्ति करने की भी बात कही थी। मोदी ने राष्ट्रके नाम संबोधन में 80 करोड़ गरीबों को नवंबर तक मुफ्त राशन देने का वादा किया था।