बिजनीः मारवाड़ी समाज द्वारा धार्मिक, एकता, आपसी भाईचारा एवं सद्भाव सौहार्द का प्रतीक मकर संक्रांति का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बिजनी सालासर हनुमान मंदिर परिसर में बिजनी मारवाड़ी फेडरेशन के तत्वावधान में एक सामूहिक प्रीति भोज का आयोजन किया गया।
हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक मकर संक्रांति के अवसर पर विभिन्न लोकाचारों के तहत विभिन्न पकवानों एवं वस्त्रों का दान-दक्षिणा करने के पश्चात रात्रि बेला में समाज द्वारा एक सामूहिक प्रीति भोज का आयोजन करके शीतकालीन व्यंजनों का आनंद लिया गया। मालूम हो कि बिजनी के मारवाड़ी समुदाय 1966 से मकर संक्रांति के मौके पर सामूहिक प्रीति भोज कार्यक्रम की परंपरा को निभाता आ रहा है। लगातार 57 वर्षों से चली आ रही उक्त परंपरा के तहत समाज के लोग इकट्ठा होकर अग्नि के सामने तपते हुए मस्ती के मूड में बड़े-बुजुर्ग, महिलाएं एवं बच्चे हर तपके के लोग कार्यक्रम में पधारकर शीतकालीन स्वादिष्ट व्यंजनों का भरपूर आनंद लेते हैं।
बिजनी सालासर हनुमान मंदिर प्रांगण में आयोजित उक्त कार्यक्रम के दौरान समाज के अध्यक्ष दिलीप अग्रवाल ने 1966 के संस्थापकों में से एक तथा समाज के वरिष्ठजन रामप्रसाद अग्रवाल को कार्यक्रम में आमंत्रित कर उनका फुलाम गामोछा से अभिनंदन किया गया। इस दौरान उपस्थित कनिष्ठ जनों, महिलाएं व बच्चों ने उनका चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लिया। इसी दौरान रामप्रसाद अग्रवाल ने भावुकता के साथ कार्यक्रम के शुरुआती दिनों की गाथा को स्मरण करते हुए अपने साथी गणों को याद किया। साथ ही आयोजनकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए समाज की वर्षों पुरानी उक्त परंपरा को आगे भी कायम रखने के लिए नव प्रजन्मों से अपील की।