सीबीएसई सहित देश के 15 राज्यों में दसवीं तथा बारहवीं की परीक्षा रद्द करने के बावजूद असम सरकार का शिक्षा विभाग अब तक परीक्षाओं के संदर्भ में कुछ निर्णय नहीं ले पा रहा है। शिक्षामंक्षी डॉ. रनोज पेगु ने हाल ही में कहा था कि राज्य में कोविड संक्रमण दर एक प्रतिशत के नीचे उतरने पर उक्त परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। परंतु देखा गया कि पिछले चार सप्ताह से भी अधिक काल में राज्य में कोविड संक्रमण का दर चार प्रतिशत से नीचे नहीं उतरा। इस परिप्रेक्ष्य में कब कोविड संक्रमण का दर एक प्रतिशत के नीचे उतरेगा यह कहना संभव नहीं है। उल्लेखनीय है कि सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा रद्द कर दी है। इसके बाद देश के 15 राज्यों ने भी उक्त परीक्षाएं रद्द कर दी है। सोमवार को पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उक्त दोनों परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा कर दी है। मालूम हो कि अब तक सिर्फ असम,आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु ये तीन राज्य उक्त परीक्षाओं के संदर्भ में कुछ निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। इस संदर्भ में चर्चा करने के लिए शिक्षामंत्री डॉ. रनोज पेगु ने सेबा तथा माध्यमिक शिक्षा संसद के अधिकारी, आसू तथा विभिन्न दल-संगठनों, बुद्धिजीवी, शिक्षाविद्, अवकाशप्राप्त अध्यक्ष, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग के अधिकारियों को मंगलवार को 11 बजे एक बैठक के लिए आमंत्रित किया है। इसी बैठक में परीक्षा के संदर्भ में कुछ निर्णय लेने की संभावना है।
मैट्रिक व एचएस परीक्षाएं कराने को लेकर असमंजस में राज्य सरकार
