गुवाहाटी : पलटन बाजार स्थित आशी अप्सरा में आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा का आज कलश यात्रा से शुभारंभ हुआ। कथा के मुख्य यजमान सत्यनारायण बेड़िया, बिमला देवी और उमेश बेड़िया, संजना बेड़िया ने लाचित नगर हनुमान मंदिर में राम कथा ग्रंथ की पूजन की एवं कलश यात्रा के साथ रामकथा ग्रंथ को आयोजन स्थल तक लाकर व्यास पीठ पर स्थापना की। कलश यात्रा लाचित नगर उलूबाड़ी होते हुए आशी अप्सरा कथा स्थल तक पहुंची। कथा के प्रथम दिन व्यासपीठ पर विराजमान विजय कौशल जी महाराज ने कथा के महत्त्व की व्याखा करते हुए कहा कि कथा भगवान का दर्शन कराती है और हमारा बेड़ा पार लगाती है तथा यह बड़े भाग्यशाली युवकों ही मिलती है। इसका श्रवण करना बड़े पुण्य का काम है। कथा के मंडप की ओर उसके ही कदम बढ़ते हैं जिसके कदम भगवान में रम जाते हैं। मनुष्य नाना प्रकार के जंजाल में फंसने से कथा सुनने नहीं जाते हैं। मगर जंजाल कभी खत्म नहीं होता किंतु मनुष्य खत्म हो जाता है। अतः पहले कथा श्रवण को ही प्राथमिकता देनी चाहिए। कलयुग में भगवान दर्शन का सबसे सरल साधन राम कथा है। आज प्रथम दिन श्रोताओं की काफी उपस्थिति देखी गई।
रामकथा बड़े भाग्यशाली लोगों को ही श्रवण करने को मिलती है : विजय कौशल महाराज
