वायु प्रदूषण आज सेहत के लिए एक बड़ी चुनौती है। इसमें कार्बन और धूल के बेहद बारीक कण मौजूद होते हैं जो पीपीएम 2.5 से भी छोटे हो सकते हैं। इसलिए ये हमारे फेफड़ों के लिए बेहद नुकसानदेह हैं। लेकिन ऑस्टि्रया के वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने दुनिया का सबसे छोटा फाइन पार्टिकल एयर पॉल्यूशन सेंसर बनाया है जो एक मोबाइल के अंदर आसानी से फिट हो सकता है। इस सेंसर को विशेष रूप से पीपीएम 2.5 से भी छोटे हानिकारक प्रदूषकों का पता लगाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी खासियत यह है कि इसे आसानी से हाथों में पहने जा सकने वाले उपकरणों जैसे स्मार्ट वॉच और समार्टफोन से कनेक्ट कर अपने आस-पास मौजूद हवा की गुणवत्ता की जांच कर बेहद सटीक तस्वीर स्क्रीन पर भेजता है। ऑस्टि्रया की ग्राज यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने यह सेंसर बनाया है जिसकी लागत तो कम है ही कॉम्पैक्ट होने के साथ यह रियल टाइम में यूजर को हवा में मौजूद खतरनाक प्रदूषकों से सावधान कर सकता है। शोधकर्ताओं ने सेमीकंडक्टर निर्माता एम्स एजी और सिलिकॉन ऑस्टि्रया लैब के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर वायु की गुणवत्ता परखने वाले परंपरागत उपकरणों में इस्तेमाल किए गए सेंसर्स का उपयोग कर उन्हें और छोटा बनाया। इस हाइब्रिड फाइन पार्टिकल एयर पॉल्यूशन सेंसर का आकार एक यूरो सेंट से भी छोटा है। यह केवज 12 मिमि लंबा, 9 मिमि चौड़ा और 3 मिमि मोटा है। शोध का नेतृत्व करने वाले टीयू ग्राज़ के शोधकर्ता पॉल मेयरहॉफर का कहना है कि इतना छोटा होने के बावजूद यह कमाल की चीजें कर सकता है और पूरी तरह काम करता है। आकार में छोटो होने के कारण यह सेंसर आसानी से किसी भी स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच या फिटनेस रिस्टबैंड में लगाया जा सकता है। यह रियल टाइम में हवा में मौजूद प्रदूषकों और बारीक धूलकणों की निगरानी करता है और हवा में उनकी मात्रा खतरनाक स्तर पर पहुंचने बढ़ने पर यह उपयोगकर्ता को सचेत करते हैं।