कोकराझाड़ः छठी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, रानीगुली के जी समवाय दादगिरी के अंतर्गत आज भारत-भूटान सीमावर्ती दादागिरी क्षेत्र में जन कल्याण योजना के तहत 15 दिनों का कौशल विकास प्रशिक्षण का समापन किया गया। जिसमें सीमावर्ती क्षेत्रों के 20 ग्रामीण युवतियों/महिलाओं को सिलाई-बुनाई का प्रशिक्षण समूक्तला विद्यासागर सोशल वेलफेयर सोसाइटी के माध्यम से गत 21 दिसंबर से 4 जनवरी तक दिया गया। डॉ. ई. चोबा सिंह, कमांडेंट (पशु चिकित्सक) छठी वाहिनी एसएसबी रानीगुली के नेतृत्व में समापन कार्यक्रम का आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सौरभ कुमार, सहायक कमांडेंट कंपनी कमांडर जी समवाय दादागिरी, अर्पण कुमार, ग्राम सभापति हतिसार मंतोष कुमार, सह सभापति हतिसार एवं श्रीमती रीया राय, सचिव  स. वि. सो. वे. सो. सुदीप सरकार, सभापति स. वि. सो. वे. सो. के साथ, हतिसार गांव के 150 ग्रामीणों/बच्चे उपस्थित थे। डॉ. ई. चोबा सिंह, कमांडेंट (पशु चिकित्सक) छठी वाहिनी ने इस कार्यक्रम के माध्यम से युवतियों एवं महिलाओं को अपने कार्यों द्वारा देश के विकास में भागीदार होने के लिए उत्साहित किया। सशस्त्र सीमा बल द्वारा जन कल्याण कार्यक्रम योजनाओं के अंतर्गत इस प्रकार के कार्यक्रम छठी वाहिनी ससीब रानीगुली द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं/युवतियों को कौशल विकास हेु समय-समय पर प्रशिक्षण चलाया जा रहा है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं/युवतियों को स्वावलंबी बनने में सहायक सिद्ध हो रहा है। प्रशिक्षुओं के साथ स्थानीय जनता ने ससीब के द्वारा चलाए गए प्रशिक्षण की भूरि-भूरि प्रशंसा की और आने वाले दिनों में होने वाले सभी कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भागीदार होने के लिए आश्वासन दिया।