जोरहाट : जोरहाट के मारवाड़ी पट्टी में बुधवार रात लगी भीषण अग्निकांड की घटना के आज तीसरे दिन भी दमकल विभाग के कर्मी आग पर काबू पाने में जुटे रहे। लगभग 40 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर लगभग काबू पाया गया। हालांकि जलकर राख हो चुके प्रतिष्ठानों से धुएं के साथ कुछेक स्थानों पर आग की लपटें शाम तक नजर आ रही थी। ऐसे में फायर बॉल की मदद से आग को बुझाने का प्रयास किया गया। कार्बन डाइ आक्साइड युक्त इस फायर बॉल से जहां एक धमाके के साथ आग की लपटों को कंट्रोल करने का काम विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया। उल्लेखनीय है कि गुवाहाटी से पहुंचे दमकल विभाग के सलाहकार व एसपी डॉ. साद्दिक अली अहमद व डिवीजनल ऑफिसर घनश्याम चौधरी के नेतृत्व में आई एक टीम उक्त फायर बॉल व अन्य जरूरी संसाधनों को लेकर जोरहाट पहुंची। इधर जोरहाट के दमकल विभाग के कर्मी भी लगातार मौके पर तैनात होकर अपने कार्यों को बखूबी अंजाम दे रहे थे। बुधवार रात लगभग दस बजे लगी इस आग की घटना में डेढ़ सौ से अधिक दमकल की गाड़ियां आगे पर काबू पाने में जुटी रही। आज सुबह भी लगभग दर्जनभर गाड़ियां घटनास्थल पर खड़ी थी और कई बार उनकी मदद से इमारतों के भीतर लगी आग को काबू में लाने का प्रयास करते देखा गया। इधर आज शाम अपर असम चैंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव दुलीचंद अग्रवाल व उपाध्यक्ष दिलीप अग्रवाल के प्रयास से घटनास्थल से जमा मलबे को हटाने का काम भी शुरू किया गया। मालूम हो कि अग्निकांड की इस घटना में जहां सुशील कुमार रमेश कुमार, भारत केनवास, गोवर्धनदास रामचंद्र, रामचंद्र संजयकुमार, करनानी हाउस व जय बालाजी इलैक्टि्रकल नामक प्रतिष्ठानों के अलावा बाहेती एंड कंपनी का गोदाम जलकर पूरी तरह खाक हो गया। वहीं मुहाने पर स्थित राउतमल भैरूदान नामक बिल्डिंग में स्थित लाधुराम मूलचंद, रामगोपाल बजाज के गोदामों में रखे सामानों को आंशिक नुकसान पहुंचने के साथ गिरधारी जाट नामक व्यापारी भी आग की भेंट चढ़ गया। गौरतलब हो कि मारवाड़ी पट्टी से एटी रोड की तरफ जुड़ी इस बिल्डिंग में बृहस्पतिवार सुबह तक आग पर काबू न पाने के चलते प्रशासन की मौजूदगी में मजबूरन जेसीबी चलाकर वहां बने गोदामों व बिल्डिंग के एक हिस्से को तोड़ा गया। अन्यथा उक्त आग की लपटें एटी रोड के कई प्रतिष्ठानों तक भी पहुंच सकती थी।