मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने बुधवार को बताया कि होजाई जिले में एक चिकित्सक के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, पुलिस ने कहा कि वे मामले में जल्द एक पुख्ता अरोपपत्र दाखिल करेंगे ताकि मंगलवार को उडाली कोविड देखभाल केंद्र में डॉ. सेयूज कुमार सेनापति के साथ की कई कथित मारपीट के मामले में शामिल सभी लोगों को दंडित किया जा सके। डॉ.शर्मा ने ट्वीट किया कि बर्बर हमले के मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आरोपपत्र जल्द दाखिल किया जाएगा। मैं खुद जांच पर नजर बनाए हूं और वादा करता हूं कि कानून के तहत न्याय किया जाएगा। पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने कहा कि वह इस घटना को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं क्योंकि वैश्विक महामारी में चिकित्सक अग्रिम मोर्च पर तैनात हैं और सेनापित पर हुआ यह हमला अग्रिम मोर्च के कर्मचारियों पर हुए हमले के बराबर है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि असम पुलिस यह होने नहीं देगी, हम आरोपियों को न्याय के दायरे में लाएंगे। यह सभी को पता होना चाहिए कि अग्रिम मोर्च पर तैनात कर्मियों पर हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनके खिलाफ एक मजबूत मामला तैयार किया जा रहा है। विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि वीडियो में दिख रही एक महिला सहित मुख्य आरोपियों, साजिश रचने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि हम कम से कम समय में एक पुख्ता आरोपपत्र दाखिल करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि आरोपियों को न्याय के दायरे में लाया जाए। होजई के पुलिस अधीक्षक बरुण पुरकायस्थ ने बताया था कि कोरोना वायरस से गंभीर रूप से संक्रमित मरीज की उडाली कोविड देखभाल केंद्र में मंगलवार दोपहर मौत हो गई थी। उन्होंने मंगलवार को बताया था कि मरीज की मौत के तुरंत बाद, उसके रिश्तेदार और उसके परिचित लोगों का एक समूह वहां पहुंचा और चिकित्सक को मारने लगा। घटना की जानकारी मिलने के बाद हमारा एक दल मौके पर पहुंचा और तीन लोगों को गिरफ्तार किया। मामले की जांच जारी है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें महिलाओं सहित कुछ लोग एक चिकित्सक को मारते नजर आ रहे हैं। सभी राजनीतिक दलों ने घटना की निंदा करते हुए सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इस बीच असम मेडिकल सेवा संघ (एएमएसए) ने घोषणा की थी कि उसके सदस्य इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे और पूरे असम में वे ओपीडी सेवाओं का बुधवार को बहिष्कार करेंगे, वहीं, भारतीय चिकित्सा संघ ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा और सेनापति पर हुए हमले को बेहद अमानवीय करार दिया तथा दोषियों के खिलाफ जल्द कड़ी कार्रवाई की मांग की। डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने इस मामले की जांच सीआईडी से कराने की घोषणा की। इस मामले की जांच एनआईए के पूर्व अधिकारी व वर्तमान असम पुलिस के शीर्ष अधिकारी विवेकानंद दास करेंगे। दूसरी ओर साथ ही होजाई के विधायक रामकृष्ण घोष ने इस घटना को लेकर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। दूसरी ओर सांसद बदरुद्दीन अजमल,होजाई जिला कर्मचारी परिषद,असम चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स, होजाई जिला तथा विभिन्न संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की। कर्मचारी परिषद ने एक संवाददाता सम्मेलन के जरिए लंका उदाली मेडिकल चिकित्सक के साथ हुई शर्मनाक घटना की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। मालूम हो कि होजाई जिला पुलिस प्रशासन ने इस अपराध से जुड़े सभी मुख्य आरोपी जलालुद्दीन, कमरुद्दीन, तैमूर रहमान और रहीमुद्दीन के साथ-साथ 24 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जिसमें से छह आरोपियों को गहन पूछताछ के लिए पुलिस के जिम्मे देकर बाकी को जेल भेज दिया गया। उल्लेखनीय है कि उक्त घटना के विरोध में डाक्टरों ने अस्पताल में ओपीडी बंद कर विरोध प्रदर्शन किया।
होजाई में चिकित्सक की पिटाई का मामला
