गुवाहाटीः महानगर की लाइफ लाइन कही जाने वाली जीएस रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जो राहगीरों के लिए भारी समस्या उत्पन्न कर रहे हैं। सड़क पर बने इन गड्ढों से हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। यह सड़क महानगर के बीचोबीच से गुजरने वाली न केवल प्रमुख मार्ग है, बल्कि सबसे अधिक व्यस्ततम मार्ग भी है, परंतु इस रोड पर बने बड़े-बड़े गड्ढे न केवल दुर्घटना का संकेत दे रहे हंै, बल्कि लोक निर्माण विभाग पर अंगुली भी उठा रहे हैं। गौरतलब है कि मणिपुरी बस्ती स्थित जीएस रोड पर महादेव मंदिर तथा उलुबाड़ी के बीच एसटीसी बस अड्डे के पास कई गड्ढे बन गए हैं। विगत कई माह से समय-समय पर पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी खानापूर्ति के नाम पर इन गड्ढों में मिट्टी, पत्थर आदि भर देते हैं, परंतु आज तक इसका स्थाई समाधान नहीं हो पाया है। वहीं आम आदमी पार्टी के संयुक्त सचिव जितुल डेका ने महानगर की खस्ताहाल सड़कों पर सरकार की आलेाचना की है। मणिपुरी बस्ती के निकट सड़क पर बने गड्ढों के संदर्भ में कई वाहन चालकों का कहना है कि परिवहन विभाग वाहनों तथा वाहन चालकों में गफलती के लिए चालान काट कर भारी-भरकम जुर्माना तो वसूल करता है, परंतु सड़क पर बने गड्ढों के चलते होने वाली दुर्घटनाओं एवं जान-माल के नुकसान की परवाह नहीं करता है। लोगों का कहना था कि यदि सड़क पर कोई दुर्घटना होती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? मालूम हो कि गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के पलटन बाजार की तरफ से शुरू जीएस रोड जो महानगर केबीचो-बीच होते हुए असम के कई प्रमुख जिलों के साथ मेघालय व अन्य राज्यों को जोड़ता है, पर पलटन बाजार बस स्टैंड से आगे बढ़ते ही मणिपुरी बस्ती स्थित महादेव मंदिर के पास जीएमसी के पानी का पाइप कनेक्शन है, जहां हर दिन जीएमसी के पेयजल वितरण विभाग के कर्मचारी पानी की टोटी खोलते हैं। उस स्थान पर स्टील का ढक्कन लगा हुआ है। ठीक उसके बगल में काफी दूरी तक सड़क टूटी पड़ी है। जिसमें पत्थर भी है, वाहनों के आवागमन के दौरान उक्त पत्थरों के छिटकने से कई राहगीरों को को चोटें भी लगी हैं। वहीं दूसरी ओर अप्सरा बस स्टैंड से आगे बढ़ते ही कई बीच सड़क पर गड्ढे बने हैं, जिसमें हमेशा पानी भरा रहता है। ऐसी स्थिति में तेज गति से जा रहे वाहनों को हमेशा दुर्घटना की अंदेशा बनी रहती है।
जीएस रोड पर बने गड्ढे दे रहे दुर्घटना को दावत
