गुवाहाटी : दूरसंचार विभाग असम ने असम सरकार के साथ मिलकर जागरूकता फैलाने के लिए  असम में उद्यमियों के लिए दूरसंचार क्षेत्र में व्यवसाय के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें एमएसएमई को प्रोत्साहित करने के लिए दूरसंचार विभाग की पहल और दूरसंचार के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। कार्यक्रम में करीब 100 प्रतिनिधि शामिल हुए। उद्घाटन सत्र में प्रसून चंद्रा, निदेशक, डीओटी, गुवाहाटी ने मुख्य अतिथि, अतिथि वक्ताओं और सभी आमंत्रितों का स्वागत किया। सीजीएम, कोर नेटवर्क, बीएसएनएल असम अवनींद्र शर्मा मुख्य अतिथि थे। अपने संबोधन में, उन्होंने दूरसंचार क्षेत्र में भारत की प्रगति, आने वाली तकनीकों और विभिन्न हितधारकों की भूमिका के बारे में बताया। सभा को संबोधित करते हुए मिथिलेश कुमार, सीनियर डीडीजी, असम एलएसए ने असम राज्य में दूरसंचार परिदृश्य और विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में दूरसंचार पैठ बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने दूरसंचार क्षेत्र में नवीन विचारों को लाने के लिए सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों और डिजिटल उद्यमियों की भूमिका को भी छुआ। इस अवसर पर बोलते हुए मनीष दास, डीडीजी (प्रौद्योगिकी), असम एलएसए ने संगोष्ठी के उद्देश्यों का विस्तृत विवरण दिया और एमएसएमई को प्रोत्साहित करने के लिए दूरसंचार विभाग की पहल और दूरसंचार के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के बारे में विस्तार से बताया। दूरसंचार क्षेत्र में नवाचार और वित्त पोषण को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास निधि की स्थापना के बारे में बताया। आशीष बंसल, सीटीओ, एयरटेल, असम और नॉर्थ ईस्ट ने आगामी 5जी तकनीक का परिचय दिया और 5जी उपयोग के मामलों और असम में उद्यमियों के लिए विभिन्न व्यावसायिक मॉडल के लिए 5जी का फायदा उठाने के अवसरों के बारे में भी बात की। सुनील प्रसाद, निदेशक (प्रौद्योगिकी), असम एलएसए ने इंटरनेट सेवा प्रदाताओं की भूमिका के बारे में बात की और सरकार की पीएम-वानी योजना पर एक प्रस्तुति भी दी, जिसका लक्ष्य एक किफायती पीडीओ मॉडल के माध्यम से इंटरनेट को आम जनता तक पहुंचाना है।