गुवाहाटी : नई दिल्ली में सांसद गौरव गोगोई ने असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में रेल ओवर ब्रिज / रोड अंडर ब्रिज (आरओबी/आरयूबी) के निर्माण से संबंधित रेलवे परियोजनाओं में 90ः10 वित्त पोषण की मांग की। सांसद गौरव गोगोई ने अपने निर्वाचन क्षेत्र गोलाघाट जिले के चुंगजन और टेंगानी में रेल ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज की आवश्यकता पर जोर देते हुए स्पीकर से कहा कि यदि हम परंपरा के अनुसार पूर्वोत्तर रेलवे की सभी परियोजनाओं में केंद्र सरकार का हिस्सा 80 से 90 प्रतिशत रहता है। वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार की हिस्सेदारी आम तौर पर 10 से 20 फीसदी होती है। इसके अलावा गौरव गोगोई ने दावा किया कि जब सांसद ने लेवल क्रॉसिंग की आवश्यकता के बारे में रेलवे विभाग से संपर्क किया, तो रेलवे ने कथित तौर पर कहा कि कुल धन राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाना चाहिए।  गौरव गोगोई ने स्पीकर ओम बिरला से आग्रह किया कि वे रेलवे विभाग से फंडिंग स्ट्रक्चर को जारी रखने की मांग करें जैसा कि पहले के दिनों में किया गया था। केंद्र सरकार ने 28 सितंबर को गुवाहाटी में मौजूदा सराईघाट पुल के पास ब्रह्मपुत्र नदी पर रेल-सह-सड़क पुल के लिए एक नई परियोजना को मंजूरी दी। ब्रह्मपुत्र नदी पर रेल-सह-सड़क पुल की लागत 996.75 करोड़ रुपये है। पीएम नरेंद्र मोदी के गति शक्ति के विजन को आगे बढ़ा रहे हैं। गुवाहाटी में मौजूदा सराईघाट पुल के पास ब्रह्मपुत्र पर रेल-सह-सड़क पुल की परियोजना को मंजूरी दी गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट किया कि 996.75 करोड़ की योजना को मंजूरी दी गई है। गडकरी ने यह भी बताया कि परियोजना की लागत एनएचएआई और रेल मंत्रालय द्वारा साझा की जाएगी। उन्होंने कहा कि पहुंच वायाडक्ट की लागत 322 करोड़ रुपये है और इसे पूरी तरह से एनएचएआई द्वारा बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पुल असम के उत्तरी तट को ब्रह्मपुत्र नदी के पार दक्षिण तट यानी गुवाहाटी से जोड़ेगा।