गुवाहाटीः एनसीसी की 48वीं असम नौसेना इकाई, गुवाहाटी ने ब्रह्मपुत्र हॉल, नारंगी सैन्य स्टेशन में नौसेना दिवस की पूर्व संध्या पर एक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें कई कॉलेजों और स्कूलों के एनसीसी कैडेटों ने भाग लिया। इस अवसर पर 1971 के भारत-पाक युद्ध पर एक वृत्तचित्र फिल्म प्रदर्शित की गई, जिसमें दो प्रमुख नौसैनिक अभियानों यानी ऑपरेशन ट्राइडेंट और ऑपरेशन पायथन और कैप्टन मुल्ला के सर्वोच्च बलिदान का वर्णन किया गया। उल्लेखनीय है कि कैप्टन मुल्ल आईएनएस खुखरी के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर थे, जिन्होंने युद्ध के दौरान अपने जहाज के साथ नीचे जाने का विकल्प चुना। यह कार्यक्रम वास्तव में न केवल युवाओं को भारतीय नौसेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करने में बल्कि समुद्र में हमारे नौसैनिकों के वीरतापूर्ण योगदान का खुलासा करेगा। इस मौके पर ब्रिगेडियर दिनार दिघे, ग्रुप कमांडर एनसीसी गुवाहाटी जीपी, अलका शर्मा, अलका फाउंडेशन की कार्यकारी निदेशक प्रो. अलका शर्मा, असम ओलंपिक एसोसिएशन के सीईओ गौतम चौधरी, 51 सब एरिया के कमांडिंग ऑफिसर, नारंगी मिलिट्री स्टेशन और गुवाहाटी समूह के एनसीसी अधिकारीगण उपस्थित थे।
नारंगी छावनी में एनसीसी का नौसेना दिवस
