गुवाहाटीः पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार और असम की राजधानी गुवाहाटी की सबसे प्रमुख सड़क जीएस रोड के फुटपाथ किसी बड़ी दुर्घटना के संकेत दे रहे हैं। इन फुटपाथों पर लगे प्लास्टिक अथवा फाइवर के ढक्कनों की वजन से कई लोग घायल हो चुके हैं, परंतु अब तक गुवाहाटी विकास विभाग (जीडीडी), गुवाहाटी नगर निगम (जीएमसी) और गुवाहाटी महानगर विकास प्राधिकरण या किसी भी संबंधित एजेंसी की नजर इस समस्या पर नहीं गई है। परिणामतः प्रतिदिन कोई न कोई व्यक्ति इन ढक्कनों के लपकने या टूटने से घायल हो रहा है और कई लोगों के ड्रेन में चले जाने की खबर है। ऐसी स्थिति में कई लोग घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि कुछ लोग घायल होकर हफ्ते या पखवाड़े भर से काम-धाम छोड़कर घर में बैठकर आराम करने या इलाज कराने को बाध्य हैं। बताते चलें कि लंबे समय से लाचित नगर, ,बोरा सर्विस और गणेशगुड़ी के साथ कई स्थानों पर फुटपाथ के ढक्कन टूट गए हंै, जिसके चलते राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दैनिक रुप से फुटपाथ के जरिए गंतव्य पर आवागमन करनेवाले नगर के कई राहगीरों का कहना है कि वे भी कई बार दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बचे हैं। अब ये ढक्कन हादसे या मौत की दावत दे रहे हैं, वहीं संबंधित विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। लाचित नगर बस स्टंैड और लाचित नगर हनुमान मंदिर के साथ अन्य कई स्थानों और अन्य जगहों पर ऐसी ही समस्या मुंह बाए खड़ी है। मालूम हो कि लाचित नगर के रिलायंस ट्रेंड सहित अन्य कई बड़े वाणिज्य संस्थान हंै जहां से गुजारना मुश्किल हो रहा है। वहीं अग्रवाल उपाधिधारी एक राहगीर का कहना है कि मैं हर दिन हनुमान मंदिर में बाबा बजरंग बली की अराधना करने आता हूं। आते -जाते समय हर दिन इस बात का डर बना रहता है कि कही ढक्कन टूटा तो हांथ -पैर टूट जाएंगे, वहीं बरूवा उपाधिधारी एक महिला का कहना है कि राज्य सरकार की पहल पर यह फुटपाथ बना है। इस पर सीमेंट और लोहे के ढक्कन के बदले कहीं-कहीं प्लास्टिक का ढक्कन लगा है, जो राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। लोगों ने मांग की संबंधित विभाग प्लास्टिक और फाइबर के ढक्कन को हटाकर वहां लोहा या सीमेंट के ढक्कन लगाएं ताकि फुटपाथ पर चलने वालों के सामने घायल होने की समस्या सामने नहीं आए।
महानगर के फुटपाथों पर लगे प्लास्टिक और फाइबर के ढक्कन बने परेशानी के सबब
