डिब्रूगढ़ः डिब्रूगढ़ नगरपालिका क्षेत्र को कचरा मुक्त करने के नाम पर डिब्रूगढ़ नगरपालिका ने बहुत ही सुंदर तरीके से एनजीओ को शहर के कचरे की सफाई करने का दायित्व सौंप कर आम जनता के कंधों पर अतिरिक्त शुल्क का भार डाल दिया। डिब्रूगढ़ नगरपालिका की मनमानी का विरोध नहीं करते हुए आम जनता व दुकानदारों ने भी शहर की सफाई में सहयोग स्वरूप एनजीओ की सेवा ले ली। लेकिन अब दुकानदारों के लिए एनजीओ की सेवा ही गले की हड्डी साबित हो गई है, क्योंकि एनजीओ के सफाई कर्मियों की मनमानी से अब आम जनता व दुकानदारों में रोष देखने को मिल रहा है। शांतिपाड़ा अंचल में सफाई कार्य में नियुक्त एनजीओ के कर्मी गत तीन चार दिनों से नदारत हैं, जिससे दुकानदारों व आम जनता को कचरे की दुर्गंध से दो चार होम पड़ रहा है। शांतिपाड़ा के कई दुकानदारों व स्थानीय निवासियों ने बताया कि आए दिन एनजीओ के कर्मियों की मनमानी से वे काफी परेशान हैं। गत कई दिनों से एनजीओ की गाड़ी कचरा लेने नहीं आ रही है। जब लोगों ने फोन करके जानकारी ली तो एनजीओ वाले गाड़ी खराब होने का बहाना बनाकर अपना पल्ला झाड़ लिया। लोगों का कहना है यदि गाड़ी खराब है तो दूसरे वाहनों से कचरा उठाने का प्रबंध करना चाहिए।