जोरहाट : नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, जोरहाट की 39वीं अर्धवार्षिक बैठक सोमवार को अपराह्न तीन बजे उत्तर-पूर्व विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी संस्थान, जोरहाट के सेंटर फॉर पेट्रोलियम रिसर्च भवन स्थित एमएस अयंगर सेमिनार हॉल में आयोजित की गई। बैठक निस्ट, जोरहाट के निदेशक के प्रतिनिधित्व में डॉ. जयंत ज्योति बोरा, मुख्य वैज्ञानिक की अध्यक्षता में आहूत की गई। बैठक में भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय (पूर्वोत्तर) गुवाहाटी के उपनिदेशक एवं कार्यालय प्रधान बदरी यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। बैठक में जोरहाट शहर में स्थित सभी नराकास सदस्य बैंक, उपक्रम, केंद्रीय सरकार के कार्यालयों के प्रधान एवं उनके कार्यालय में राजभाषा कार्य करने वाले अधिकारी व कर्मचारी ने सहभागिता की। बैठक में सभी कार्यालयों के द्वारा अपने-अपने कार्यालयों में राजभाषा कार्यान्वयन के अंतर्गत हो रही विभिन्न गतिविधियों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की। सभी नराकास सदस्य कार्यालयों से प्राप्त तिमाही प्रगति रिपोर्ट, पत्राचार व नोटिंग आदि की समीक्षा की गई तथा सदस्य कार्यालयों में राजभाषा कार्यान्वयन में मजबूती लाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, जोरहाट के सदस्य कार्यालयों के बीच वर्ष 2021-22 के दौरान राजभाषा हिन्दी के उत्कृृष्ट कार्यान्वयन हेतु वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया, पुरस्कार संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव बोरा ने ग्रहण किया। जबकि द्वितीय पुरस्कार आकाशवाणी जोरहाट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वजीत दास को प्रदान किया गया तथा तृतीय पुरस्कार आयकर कार्यालय जोरहाट को प्रदान किया गया। पिछले वर्ष के पुरस्कार भी प्रत्यक्ष रूप से इस वर्ष दिए गए। भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के उप-निदेशक के कर कमलों से प्रमाणपत्र एवं शील्ड (पुरस्कार) प्रदान किया गया। भारतीय स्टेट बैंक, प्रशासनिक कार्यालय, जोरहाट के उप-महाप्रबंधक जितेंद्र कांत ठाकुर एवं राजभाषा अधिकारी राजीव रंजन प्रकाश, यूको बैंक, अंचल कार्यालय, जोरहाट के अंचल प्रबंधक आलोक, ओएनजीसी, जोरहाट के उप महाप्रबंधक प्रकाश कॉलिन एवं राजभाषा अधिकारी अभिनव कुमार, केंद्रीय मुगा एरी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रतिनिधि, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, महानिरीक्षक कार्यालय, जोरहाट, रबर बोर्ड के प्रभारी आयुक्त साई विनोद, के अलावा बैठक में 41 सब एरिया, भारतीय खाद्य निगम, केंद्रीय जीएसटी कार्यालय, 10 विंग वायु सेना, डाक विभाग, केंद्रीय विद्यालय, ओएनजीसी एवं वायु सेना स्थल, पजब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक, टी बोर्ड, नवोदय विद्यालय, पावरग्रिड मरियानी, एयरपोर्ट, केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी), इग्नू क्षेत्रीय कार्यालय, बीएसएनएल के प्रतिनिधियों ने भाग लिया एवं अपने कार्यालय की हिंदी प्रगति को प्रस्तुत किया। बदरी यादव ने सभी को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि असमिया, बांग्ला, उड़िया की तरह हिंदी भी भारतीय भाषा है। हिंदी का प्रयोग बढ़ाकर भारतीय भाषाओं को मजबूत करने का समय आ गया है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 351 का उल्लेख करते हुए बताया कि भारत सरकार का कर्तव्य है कि हिंदी का विकास इस तरह करें ताकि भारत की सामासिक संस्कृति के सभी तत्वों की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके।
जोरहाट में नराकास की बैठक आयोजित
