18 से 44 आयुवर्ग का टीकाकरण चल रहा है जिसका स्लॉट ऑनलाइन ही बुकिंग करना होता है। जिसमें कई तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं। राज्य में बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो इंटरनेट की बेहतर जानकारी न होने के कारण स्लॉट बुक नहीं कर पा रहे हैं। वहीं एक वर्ग जो इंटरनेट चलाने में अपने आपको माहिर मानता है वह भी स्लॉट बुक करने में असमर्थ है। स्लॉट खुलने के 3-4 सेकेंड के भीतर ही पूरी स्लॉट बुक हो जाती है। हाल यह है कि कई सारे अभिभावक तो अपने बच्चों को रिश्तेदारों के बच्चों से तुलना भी करने लगे हैं। वहीं बच्चों को भी स्लॉट बुक करने के बाद युद्ध जीतने जैसा महसूस होने लगा है। इसी क्रम में मैं भी 6-7 दिनों से स्लॉट बुक करने का प्रयास कर रहा था! परंतु असमर्थ रहा। मेरा जन्म दिन था। उस समय के ट्रेंड के मुताबिक सभी के व्हाट्सएप्प स्टेटस और संदेशों का उत्तर दे रहा था। इसी बीच रात के 8 बजे। मेरे मित्र की बहन राखी दीदी का मैसेज आया। मैसेज में एक पीडीएफ था। जिसमें टीकाकरण के लिए पंजीयन विवरण दिया हुआ था। उन्होंने नीचे में लिखा ‘ये लीजिये जन्मदिन का तोहफा’ मन आनंदित हो उठा। काफी मेहनत की थी उन्होंने इसके पीछे। आज के समय में इससे बेहतर तोहफा और क्या हो सकता है। इस महामारी में हम सब एक-दूसरे की हरसंभव मदद करें। अपवाहों में न आएं टीका अवश्य लगवाएं।
नितेश झा ‘निक्की’
गुवाहाटी