गुवाहाटीः कार्तिक पूर्णिमा पर  सिख धर्म के संस्थापक और प्रथम सिख गुरु गुरु नानक की जयंती मनाई जा रही  है। इसे गुरु प्रकाश पर्व के नाम से भी जाना जाता है। 8 नवंबर मंगलवार को नानक की 533वीं जयंती असम के धुबड़ी जिला स्थित धुबड़ी साहेब, कामरूप (मेट्रो) जिला स्थित गोपीनाथ नगर, बेलतला तथा नगांव के साथ अन्य जिलों के सिख मंदिरों में  हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी।  इस मौके पर सभी गुरुद्वारे को विद्युत रोशनी से भव्य व आलौकिक रूप से सजाया गया है, जो सभी का मनमोह रहा है। वृहद गुवाहाटी सिख समुदाय की ओर से गुवाहाटी गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के तत्वावधान में गुरु नानक की जयंती को तीन दिवसीय कार्यक्रमों के साथ गोपीनाथ नगर गुरुद्वारे में भव्य आयोजन किया गया है। सोमवार को संध्या समय 6 बजे से गोपीनाथ नगर गुरुद्वारे में विशेष संध्या कीर्तन अखंड पाठ व सबद का कार्यक्रम हुआ।  इस मौके पर अमृतसर से आए भाई भावली वलिन सिंह ने  वाद्य यंत्रों के जरिए पंजाबी पारंपरिक म्यूजिक  के साथ एक से बढ़कर एक गुरुवाणी को प्रस्तुत किया। जिससे पूरा गुरुद्वारा भक्तिमय हो उठा।  इसके साथ ही गुरु भक्तों नें लंगर चखा। मंगलवार को भोग के बाद सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक विशेष धार्मिक-दीवान चलेगा। साथ ही अधिकाधिक संख्यक लोग लंकर का प्रसाद ग्रहण करेंगे।