गुवाहाटीः असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति अपनी सफलता के 84वें स्थापना दिवस का आज आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिए। हिदायतपुर स्थित समिति के परिसर में कार्यक्रम के दौरान समिति के नव निर्मित महारजत जयंती भवन का स्थानीय विधायक ने फीता काटर उद्घाटन किया। इस मौके पर आयोजित सम्मान समारोह के दौरान विधायक सिद्वार्थ भट्टाचार्य ने हिंदी के विकास पर जोर दिया तथा इस भाषा को अपनाने के लिए लोगों से आह्वान किया। कार्यक्रम के अतिथि तथा दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा (केंद्रीय विश्वविद्यालय)के कुल सचिव प्रो.प्रदीप कुमार शर्मा ने असम राष्ट्रभाषा प्रचार  समित की लंबी यात्रा की सराहना की। प्रो.शर्मा ने कहा कि समिति ने अपने लंबे कार्यकाल के दौरान काफी उपलब्धियां हासिल की है, लेकिन समिति को हिंदी भाषा में प्रवीण से आगे के पाठ्यक्रम शुरू करने की व्यवस्था पर सोचना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान समिति की ओर से बंगाईगांव कालेज के हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष गोपेश्वर तालुकदार को राष्ट्रभाषा साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही समिति ने अपने 84वें स्थापना दिवस के मौके पर राष्ट्रभाषा प्रचार सम्मान, श्रेष्ठ प्रचारक सम्मान और हिंंदी सेवा सम्मान से कई लोगों को सम्मानित किया। आयोजित कार्यक्रम के दौरान हिंदी में लिखी गई मां कामाख्या ओर लाचित बर फुकन नामक किताब का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का संचालन असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के प्रभारी साहित्य सचिव रामनाथ प्रसाद ने किया। इस मौके पर समिति के कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण महंत, उपाध्यक्ष प्रफुल्ल चंद्र बोरा, मंत्री डा.क्षीरदा कुमार सैकिया, समिति की उपाध्यक्ष डा.अंजली काकती ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं अभार व्यक्त किया।