गुवाहाटी : दिवाली त्योहार के मद्देनजर लघु उद्योग भारती (पूर्वोत्तर प्रांत) के सौजन्य से मृन्मय शिल्प को बढ़ावा देने के लिए तथा स्थानीय मृन्मय शिल्पकारों को उचित रोजगार प्रदान कर उनके उत्पादकों को प्रांत के विभिन्न स्थानों में बिक्री के लिए उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दीया वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिसका उद्घाटन असम के उद्योग व वाणिज्य मंत्री बिमल बोरा ने भारत माता के चित्र के आगे दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस अवसर पर उनके साथ संघ प्रचारक महानगर संचालन गुरुप्रसाद मेधी, लघु उद्योग भारती के प्रांतीय अध्यक्ष मनोज लुंडिया, महामंत्री रवि सुरेका, ग्राम्य शिल्प प्रकोष्ठ प्रभारी अनूप बोरपुजारी, असम वित्त निगम के अध्यक्ष विजय गुप्ता,एएसआईबीसी के चेयरमैन किशोर उपाध्याय, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय सह मंत्री आशीष देवड़ा, पार्षद प्रमोद स्वामी उपस्थित थे। प्रांतीय अध्यक्ष लुंडिया ने स्वागत भाषण में कहा कि हमने स्वावलंब भारत का कार्य हाथ में लिया है। जिसके तहत ही आज का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। मुख्य अतिथि उद्योग मंत्री श्री बोरा ने भी अपने संबोधन में स्थानीय मृन्मय शिल्पकार के हितों की बातें कहीं। दीया वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने रामअवतार बुड़ाकिया, विष्णु डीडवानिया, अशोक थर्ड, सुरेंद्र गोयल, नेहा खंडेलवाल, भंवर लाल अग्रवाल व असीमा दत्ता बरुवा को मिट्टी के दीये वितरित किए। इससे पहले अरूप बरपूजारी ने कहा कि गत वर्ष स्थानीय मृन्मय शिल्पकार से हमने 25 हजार  दीये खरीदने का लक्ष्य रखा था। मगर प्रांत के विभिन्न हिस्सों से आई जबरदस्त मांग के चलते हमने एक लाख दीये उनसे खरीदकर प्रांत के विभिन्न शाखाओं को भिजवाया। इस वर्ष 4 लाख दिए खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय सह मंत्री आशीष देवड़ा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अरुण पोद्दार, संजय निमोदिया, अंकित हरलालका, अंकित जोधानी, विजित प्रकाश ने सक्रिय सहयोग दिया। कार्यक्रम का संचालन नेहा खंडेलवाल ने किया।