सोशल मीडिया आज हम सब की जिंदगियों में जोंक की तरह चिपक गया है। इनमें सबसे अधिक असरदार है व्हाट्सएप्प। कोरोना के इस संकट काल में हर घंटे इस प्लेटफार्म पर आपको उपचार के नए-नए नुस्खे मिल जाएंगे। कुछ तो इतने चल पड़े हैं कि जिनका आना-जाना फॉरवर्ड्स के रूप में व्हाट्सएप्प के हर ग्रुप में दिखाई देता है। ‘इंडिया टुडे’ चैनल पर डॉक्टर नंदिता अय्यर तथा मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल के डॉ.प्रतीत समदानी ने बहुत जरूरी बातें बताई,जिनकी जानकारी आम लोगों को देना आवश्यक है। एक पोटली वाला नुस्खा जिसमें अजवाईन, कपूर और लौंग बांधकर सूंघने का फार्मूला सबको फॉरवर्ड हो रहा है,डॉक्टरों के मुताबिक इस पोटली की शून्य भूमिका है कोविड की रोकथाम में। इन दिनों एक सेंधा नमक और कच्चे प्याज को काटकर खाने का नुस्खा सोशल मीडिया पर काफी प्रसरित हो रहा है,किंतु इसे भी हमारे नामचीन डॉक्टर अफवाह से ज्यादा कुछ नहीं मानते। इसी तरह हल्दी, लहसुन, अदरख एवं अन्य विभिन्न देशी काड़े को आजमाने की सलाह व्हाट्सएप्प पर रोज मिल जाती हैं। डॉक्टर इनको भी सिरे से नकारते हैं। नासिका में नींबू का रस डालना तो जानलेवा भी हो सकता है। कुछ लोग एसेंशियल आयल-एरोमेटिक तेल इत्यादि की थेरेपी को कारगर मानते हैं तो कुछ फायदेमंद बताकर तरह-तरह के नेजल-स्प्रे के इस्तेमाल को प्रेरित कर रहे हैं। अगर डॉक्टरों की मानें तो ये सारे नुस्खे अफवाहों का पुलिंदा है, बल्कि कुछ तो नुकसानदेह भी हो सकते हैं। और तो और डॉक्टर का कहना है कि योग-प्राणायाम तक से हमारा सामान्य स्वास्थ्य को लाभ हो सकता है,लेकिन कोविड संक्रमित रोगी को यह तत्काल कोई राहत नहीं दे सकता। कोरोना से बचना है तो डॉक्टर की सलाह मात्र यही है कि मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना की एकमात्र उपाय हैं। अगर कोई कोविड संक्रमित हो गया हो,ऑक्सीजन का स्तर नीचे गिर रहा हो तो तो हॉस्पिटल से मदद मिलने के पहले वह इतना जरूर करे कि पीठ के बल कतई न लेटे। पेट के बल लेटने से हमारे फेंफड़े अधिक ऑक्सीजन खींच पाते हैं। इससे जरूर लाभ होगा,साथ ही प्रोनिंग मुद्रा में रहे लेकिन खाने के 2 घंटे बाद ही ऐसा करना चाहिए। लोगों की यह धारणा भी बकवास है कि अगर अल्कोहल से बना सैनिटाइजर वायरस को मार सकता है तो अल्कोहल का पान करने से तो बहुत ही फायदा संभव है। पर ऐसा है नहीं,डॉक्टर तो बल्कि यह कहते हैं कि ज्यादा मद्यपान के व्यसनी को अगर कोविड हो गया तो उससे लड़ने की क्षमता इन रोगियों अपेक्षाकृृत काम होती है। अतः उचित है कि हम डॉक्टर की सलाह को सही मानकर उनके कहे का पालन करें क्योंकि एक बार संक्रमण हो गया तो हमको इनके पास ही जाना पड़ता है ना कि व्हाट्सएप्प के पास।
ना आजमाएं व्हाट्सएप्प के नुस्खे
