गुवाहाटीः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज शाम गुवाहाटी में मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर सभी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों, मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। इसमें पूर्वोत्तर क्षेत्र में मादक पदार्थों के परिदृश्य और इसे कम करने के तरीकों पर चर्चा की गई। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो  के महानिदेशक, असम के अलावा पूर्वोत्तर राज्यों के पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में अमित शाह ने कहा कि ड्रग्स की तस्करी का प्रचार-प्रसार किसी भी समाज के लिए बहुत घातक होता है। किसी आतंकी घटना का नुकसान  सीमित मात्रा में होता है लेकिन समाज में ड्रग्स का प्रसार पीढ़ियों को बर्बाद कर देता है। वह दीमक की तरह हमारे समाज और देश की युवा शक्ति को खोखला करने का काम करता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को जोर देते हुए कहा कि मादक पदार्थों को जब्त किए जाने भर से देश मादक पदार्थों से मुक्त नहीं हो जाएगा,बल्कि प्रवर्तन एजेंसी को तस्करों और अंतिम उपभोक्ता के बीच इसके माध्यमों को नष्ट करने के लक्ष्य के साथ काम करना चाहिए। मादक पदार्थ तस्करी और राष्ट्रीय  सुरक्षा’ पर खानापाड़ा स्थित स्टाफ कालेज में आयोजित क्षेत्रीय बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा तभी सुनिश्चित हो सकती है जब मादक पदार्थों की तस्करी और इससे संबद्ध सभी माध्यमों को नष्ट कर दिया जाए क्योंकि उग्रवाद, हथियारों की तस्करी तथा तस्करी से जुड़ी अन्य राष्ट्र विरोधी गतिविधियां तस्करी से संबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि हथियारों की तस्करी के साथ उग्रवाद और मादक पदार्थों की तस्करी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। शाह ने कहा कि प्रवर्तन एजेंसी को तस्करों और अंतिम उपभोक्ता के बीच सभी माध्यमों को नष्ट करने के लक्ष्य के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कानून प्रवर्तन, स्वास्थ्य, राजस्व और समाज कल्याण विभागों से आग्रह किया कि मादक पदार्थ की तस्करी रोकने के लिए द्विआयामी रुख अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि हमें तस्करों के प्रति कठोर होना होगा और साथ ही पीड़ितों के साथ संवेदनशीलता बरतनी होगी।