गुवाहाटी : भारतीय सेना ने राज्य के शोणितपुर जिले के मिसामारी बेस में स्वदेश निर्मित प्रचंड हेलिकॉप्टर तैनात करने का फैसला किया है। प्रचंड हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा विकसित एक नया हल्का लड़ाकू हेलिकॉप्टर (एलसीएच) है। ये नए विमान क्षेत्र की निगरानी के साथ-साथ रक्षा क्षमताओं को कई गुना बढ़ा देंगे। इन एलसीएच में लड़ाकू, खोज और बचाव (सीएसएआर) के साथ काउंटर इंसर्जेंसी (सीआई) परिचालन क्षमता है। ये अत्याधुनिक हेलिकॉप्टर पर्वतीय इलाकों के लिए विशेष रूप से अनुकूल हैं। ये लोड होने पर भी 16000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकते हैं। भारतीय वायु सेना इनमें से दस और थल सेना पंद्रह हेलिकॉप्टर लेगी। गौरतलब है कि मिसामारी बेस देश के आर्मी एविएशन ब्रिगेड में से एक महत्वपूर्ण बेस है। अन्य दो बेस क्रमशः जोधपुर और लेह में स्थित हैं। मिसामारी को इस महीने के अंत तक चार प्रचंड हेलिकॉप्टर मिल जाएंगे। ये अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा के अग्रिम क्षेत्रों में काम करेंगे। मिसामारी एविएशन ब्रिगेड को मार्च 2021 में बलों की हवाई क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया था। अब ब्रिगेड के पास एलएसी के साथ चीनी गतिविधियों की सटीक तस्वीर प्राप्त करने के लिए लंबी दूरी के निगरानी ड्रोन, रडार और नाइट विजन क्षमता है। सीमा के पास चीनी सैन्य बुनियादी ढांचे में वृद्धि को देखते हुए यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन हेलिकाप्टरों का उपयोग पीकटाइम समर्थन मिशनों में भी किया जा सकता है। ये भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता प्रदान करने में सक्षम होंगे। साथ ही लोगों को आवश्यक राहत और आपूर्ति सामग्री के साथ-साथ बाढ़ के दौरान फंसे पीड़ितों की आपातकालीन निकासी में भी मददगार साबित होंगे।
मिसामारी में स्वदेशी एलसीएच प्रचंड हेलिकॉप्टर होंगे तैनात
