गुवाहाटीः लोकमंथन हमारे देश की संस्कृति और परंपरा के अन्वेषण के लिए भारतीय लोकाचार और परंपराओं में निहित एक राष्ट्रव्यापी बौद्धिक संस्था प्रज्ञा प्रवाह द्वारा प्रारंभ की गई एक विविशिष्ट यात्रा है। लोकमंथन-2022 का आयोजन आगामी 21 से 24 सितंबर गुवाहाटी स्थित श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के उपराष्ट्रपति के अलावा कई राज्यों के राज्यपाल व बुद्धजीवियों का जमावड़ा होगा। यह पूर्वोत्तर बौद्धिक मंच (आईएफएनई) के तत्वावधान में और असम पर्यटन विकास निगम के सहयोग से आयोजित होने जा रहा हैं, जिसमें द्विवार्षिक संवाद का विषय है। इसमें बुद्धजीवी, कलाकार और शिक्षाविद् विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे तथा सभ्यता के विकास में समाज की भूमिका, समाज के नेतृत्व के लिए लोक परंपराओं की प्रासंगकिता पर चर्चा की जाएगी। लोकमंथंन 2022 के सुरंजन दत्त ने आज आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उपरोक्त आशय की बातें कहीं। उन्होंने कहा कि लोकमंथन का औपचारिक उद्घाटन 22 सितंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे। साथ ही असम के राज्यपाल प्रो.जगदीश मुखी,मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा, मंत्री बिमल बोरा, मणिपुर के सांसद सनजाओबा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) असम क्षेत्र के बौद्धिक प्रमुख तीर्थांकर दास कलिता उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि 24 सितंबर को समापन सत्र में केरल के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान मुख्य अतिथि के रुप में रहेंगे और आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले मुख्य वक्ता के रुप में मौजूद रहेंगे। इस मौके पर प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय संयोजक जे. नंदकुमार, लोकमंथन आयोजन समिति की कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. गार्गी सैकिया महंत और आईएफएनई के सवचि डॉ. हीरक ज्योति शर्मा संवाददाता सम्मेलन के दौरान उपस्थित थे।
गुवाहाटी में चार दिवसीय लोकमंथन का उपराष्ट्रपति करेंगे उद्घाटन
