गुवाहाटी : गत दिवस एकल अभियान का दो दिवसीय समन्वय वर्ग सफलता के साथ सम्पन्न हुआ। इस वर्ग में पूर्वोत्तर के 19 जिलों से एकल अभियान के शीर्ष पदाधिकारी एवं सेवाव्रति कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। जहां उद्घाटन समारोह में वनबंधु परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सज्जन बंसल, कोलकाता ने पदाधिकारियों का मार्गदर्शन किया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरूण कुमार बजाज ने संगठन पर बोलते हुए कहा कि पूर्व में समन्वय वर्ग विशाल रूप में आयोजित होता था। सगठन के विशाल स्वरूप को देखते हुए संभाग स्तर पर समन्वय वर्ग के आयोजन कर निर्णय दूरदर्शी है। आज के परिपेक्ष में जो देख रहा हूं वनवासी शिक्षा के क्षेत्र में संगठन की गरिमा सर्वोपरि है लेकिन मेरा मानना है, संस्कार के कार्यो का ग्रामीण समाज पर अच्छा प्रभाव पड़ रहा है, इस क्षेत्र को और प्रभावी बनाने के प्रयास की जरूरते है, उन्होंने गांव गांव में हो रही कथाओं पर विशेष बल दिया तथा श्रीहरि मन्दिर रथ की उपयोगिता को भी विशेष श्रेय दिया। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सज्जन बंसल ने अपने संबोधन में कहा कि हम समन्वय वर्ग क उद्देश्य को ध्यान में रखना है, वनवासी समाज के विकास में जिला अंचल समितियों की श्रेयष्कर भूमिका के बिना लक्ष्य प्राप्ति संभव नहीं, अतः आपसी संवाद को बेहतर रखते हुए कार्यदायित्व का निर्वाह जिम्मेदारी के साथ करें। यह संगठन जरूरतमंदों की अंशकालीन सेवा को प्राथमिकता नहीं देता बल्कि दूरदर्शी स्थायी उन्नति का ध्येय लेकर चल रहा है। गुवाहाटी चैप्टर सचिव नरेश अग्रवाल ने कार्यक्रम का संचालन किया। संभाग सचिव चन्द्रकांत रॉय ने धन्यवाद देते हुए सभी की सहयोगी भूमिका के लिए आभार व्यक्ति किया। इस अवसर पर नॉर्थ ईस्ट जोन के चेयरमैन सुभाष अग्रवाल, प्रभाग अध्यक्ष रंजीत बोरा, केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य पवन कुमार अग्रवाल, नॉर्थ ईस्ट जोन की चेयरपर्सन उमा देवड़ा एवं महिला समिति अध्यक्षा रीता अग्रवाल, प्रभाग उपाध्यक्ष अजय नार्जरी, सचिव प्रमोद राजवंशी, चैप्टर उपाध्यक्ष नीरज चमड़िया, श्रीहरि सत्संग समिति सचिव प्रदीप भुवालका सहित एकल अभियान की स्थानीय इकाइयों के कई पदाधिकारी एवं सदस्यों ने हिस्सा लिया।
वनवासी समाज के विकास में जिला अंचल समितियों की श्रेष्कर भूमिका
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