गुवाहाटी : असम प्रदेश जनता दल यूनाइटेड द्वारा आयोजित प्रमुख नेताओं की बैठक को गुवाहाटी स्थित कला क्षेत्र सभागार में संबोधित करते हुए जदयू राष्ट्रीय सचिव एवं असम के प्रभारी राजीव रंजन प्रसाद ने संपूर्ण राष्ट्र में विपक्ष की व्यापक गोलबंदी के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कालजयी पहल की सराहना करते हुए इसे समय की मांग बताया है। श्री प्रसाद ने असम की पार्टी इकाई का आह्वान करते हुए इस राष्ट्रव्यापी मुहिम का हिस्सा बनने की अपील करते हुए भाजपाशासित असम में व्याप्त भ्रष्टाचार,ठेकों में अनियमितता, समाज को बांटने की चेष्टा एवं बढ़ती बेरोजगारी पर जमकर प्रहार किया। असम जो कभी संस्कृृति, अध्यात्म एवं ज्ञान की भूमि के रूप में जाना जाता रहा है,आज वहां सत्ता के शीर्ष पर बैठे राजनेता धार्मिक उन्माद एवं बेईमानी का पाठ पढ़ा रहे हैं। श्री प्रसाद ने केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार पर जनता से किए वायदे को पूरा करने के बजाय चंद बड़े उद्योगपतियों के लिए खुलकर काम करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि 2014 लोकसभा चुनाव में प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरी ,सबको पंद्रह लाख रुपए एवं अच्छे दिन लाने के वायदे का क्या हुआ? बैठक की अध्यक्षता करते हुए असम प्रदेश जदयू के संयोजक परेश नाथ ने अपर असम,लोअर असम ,बोड़ोलैंड,कार्बी आंग्लांग समेत सभी क्षेत्रों में पार्टी की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। राजीव रंजन ने इस अवसर पर आज विधिवत रूप से असम में सदस्यता अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर संबोधित करने वाले अन्य नेताओं में दिबिकेश मौल्ली बेजबरुवा,शेख़ रशिदूर रहमान,पुलिन चेतिया,काज़ी नतिब अहमद,रंजय कुमार ब्रह्म,तसलीमा नसरिन , सुनील देवनाथ, शमशुल आलम, आफ़ताब चौधरी, मोनी सिंह, बरनाली सैकिया ,बिप्लब बानी बरगोहाईं ,रकिबुल अहमद ,अब्दुस सलाम चौधरी,गौतम पॉल आदि।