गोसाईगांव : सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय, असम ने गोसाईगांव में आज दो वनकर्मियों को रिश्वत लेते समय रंगे हाथ पकड़ लिया। पकड़ाए गए वन कर्मियों की पहचान कचुगांव वन अनुमंडल के अधीनस्थ फॉरेस्ट प्रोटेक्शन फोर्स के कर्मी कामिनी नर्जरी (फॉरेस्टर ग्रेड बी) और फॉरेस्ट गार्ड प्रवीण ब्रह्म के रूप में की गई है। दोनों रिश्वत लेते हुए पकड़े गए। 14 सदस्यीया दो टीमों ने अभियान चलाकर दोनों वन कर्मियों को पकड़ लिया। पकड़ाए गए वन कर्मियों को अवैध रूप से धन लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। हालांकि अभियान के दौरान कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। कचुगांव वन मंडल के एसीएफ (सहायक वन रक्षक) खनिंद्र कुमार नाथ पर कथित आरोप है कि दोनों वन कर्मियों को अवैध रुपए लेने का आदेश दिया था। आरोप के मुताबिक गोसाईगांव अनुमंडल के 2 नंबर कुर्चाकाटी गांव के कुरान अली के पुत्र समर अली ने अपने घर में लगाने के लिए एक ही गांव के बुद्धिराम बर्मन से एक पेड़ खरीदा था। पेड़ काटकर घर लाते समय 3 सितंबर को कचुगांव वन प्रभाग के वन कर्मियों की एक टीम ने लकड़ी को जब्त कर लिया और वन विभाग के अधिकारी के कार्यालय ले जाया गया। एसीपी खनिद्र कुमार नाथ ने लकड़ी छोड़ने के लिए पैसे की मांग की। उन्होंने लकड़ी के लिए कुल 40 हजार रुपए की मांग की। समर अली ने पैसे देने से इनकार कर दिया। इसपर कुरान अली, बड़े भाई अमर अली एवं उसकी पत्नी, समर अली और उसकी पत्नी समेत पांच के खिलाफ एक मामला दर्ज करने की धमकी दी। आखिरकार पीड़ित परिवार ने वन विभाग के लोगों को पैसे देने पर सहमति जताई। इस बीच उन्होंने सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी शाखा से संपर्क किया और घटना की जानकारी दी। तदनुसार, समर अली ने पैसे देने के लिए वन कर्मचारी कामिनी और प्रबीर से संपर्क किया। सुबह जब दोनों वन कर्मियों से संपर्क किया गया, तो पैसे लेने के लिए पहले गोसाईगांव के बौ-बाजार में बुलाया था। लेकिन झटपट जगह बदलकर दोनों वन कर्मियों ने समर को अंत में मंगलीया धाबा में बुलाया। अभियानकारी टीम ने दोनों वन कर्मियों को ढाबे में रिश्वत लेत समय गिरफ्तार कर लिया। दोनों वनकर्मियों को पूछताछ के बाद गुवाहाटी ले जाया गया। इस सिलसिले में दोनों वनकर्मियों ने गुवाहाटी जाने से पहले पत्रकारों को बताया कि यह एक बड़ी साजिश है। कचुगांव वन अनुमंडल के अंतर्गत आने वाले एसीएफ खनिद्र कुमार नाथ ने पूर्व योजना बनाकर दोनों को भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के हवाले कर दिया है। उन्होंने कहा कि एसीएफ ने खुद दोनों को पैसे लेने का निर्देश दिया था। गिरफ्तार वनकर्मियों के परिवारों ने आरोप लगाया कि इसमें एसीएफ शामिल है और सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा छोटे लोगों को गिरफ्तार करने के बजाय वन विभाग के अधिकारियों और रेंज अधिकारियों को गिरफ्तार करे। गिरफ्तार किए गए वनकर्मी गोसाईगांव के वार्ड नंबर 2 की कामिनी और गोसाईगांव के वार्ड नंबर 3 के राजापाड़ा के प्रबीर ब्रह्मा हैं।