खारूपेटियाः पर्युषण पर्व के द्वितीय दिन उत्तम मार्दव धर्म का पालन किया गया। मालूम हो कि उत्तम मार्दव धर्म का  मतलब मान कषाय के अभाव का नाम ही उत्तम मार्दव धर्म है। अपनी शक्ति धन, दान तब का घमंड नहीं करना मन के भाव को निर्मल रखना और अपने अभिमान और घमंड को खत्म करना मार्दव धर्म है। पर्युषण के द्वितीय दिन मूलनायक भगवान महावीर के कलशाभिषेक करने का शौभाग्य मनोज कुमार पाटनी परिवार को मिला और कलशाभिषेक के पश्चात श्री जी की शांतिधारा करने का शौभाग्य महेंद्र जी काला परिवार को मिला। उल्लेखनीय है कि बाहर से आए हुए ब्रह्मचारी भैयाजी आकाश जैन के सान्निध्य  में उत्तम मार्दव धर्म की पूजा-अर्चना संपन्न हुई। इस अवसर पर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिला।