शिलांग : गत 24 अगस्त से 1 सितंबर तक शिलांग में पर्युषण पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। पर्वाराधना कराने हेतु उपासिका लक्ष्मी बरमेचा व चंद्रकला पगलिया शिलांग पधारीं। पारस बोथरा के निवास पर प्रतिदिन 9 दिन उपासिकाजी के सानिध्य में प्रवचन, बहनों की श्रावक के बारह व्रतो पर क्लास, प्रतिक्रमण, अर्हत वंदना और रात्रि कालीन प्रवचन चलाया गया। क्षमा विषय पर कार्यशाला भी कराई गई थी। उपासिका जी ने 9 दिनों का महत्व बताई। साथ ही आदिकर्ता ऋषभ नाथ भगवान से लेकर भगवान महावीर के 27 भावों की जानकारी दी। संवत्सरी के दिन सुबह 9.30 से 10.30 बजे तथा दोपहर 2 बजे प्रवचन चलाया गया। क्षमापना दिवस के दिन उपासिका जी ने सबको गुरुदेव व समस्त धर्मसंघ से क्षमायाचना करवाई एवं क्षमा दिवस की महत्ता बताई। कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ श्रावक पन्नालाल सुराणा, रतन लाल सेठिया, हेमराज सुराणा सहित समाज के श्रावकों की उपस्थिति रही। सभा के अध्यक्ष अजीत बोथरा, मंत्री विनोद सुराणा, युवक परिषद के अध्यक्ष अभिषेक लुणिया, तेरापंथ महिला मंडल की उपाध्यक्ष सुनीता सुराणा, ज्ञानशाला संयोजिका नीरू सेठिया सभी ने अपनी संस्था की तरफ से क्षमा याचना की। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा जैन विद्या, तत्व विज्ञ, ज्ञानशाला प्रशिक्षक परीक्षा में अखिल भारतीय स्थान प्राप्त करने वाली सभी बहनों को एवं कक्षा दसवी और बारहवीं में अच्छे नंबर प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन धनपत दुधोड़िया ने किया।