गुवाहाटी : असम सरकार के छात्र एवं युवा कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष एवं राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने छात्र एवं युवा कल्याण परिषद को और अधिक सक्रियता के साथ काम करने के लिए विभिन्न तरह के कार्यक्रम करने का निर्देश दिए हैं। छात्र एवं युवा कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय सलाहकार समिति के सदस्य सचिव गीतार्थ गोस्वामी ने आज इसकी जानकारी दी। गोस्वामी ने मंगलवार को विभिन्न विषयों पर आयोजित कार्यशाला के बाद मीडिया से कहा कि विभिन्न विषयों में आगामी 6 सितंबर से उद्यमिता विकसित करने के लिए 200 युवाओं और 22 सितंबर से फिर 200 युवा-महिलाओं के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। गोस्वामी ने कहा कि इसी तरह से फिर अक्तूबर में आठ जिलों के विभिन्न चाय बागानों के 80 छात्रों को क्षेत्रीय अध्ययन के लिए असम से बाहर भेजा जाएगा। इसके अलावा परिषद अगले साल दिसंबर तक जिलों में विभिन्न कार्यक्रम शुरू करने के साथ ही लगभग 1,000 छात्रों और युवाओं को जागरूकता, उद्यमिता विकास, क्षेत्र अध्ययन और विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण प्रदान करेगी। उल्लेखनीय है कि आज के कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में खानापाड़ा स्थित असम कृृषि विश्वविद्यालय विस्तार शिक्षा संस्थान के निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार नेउग, राष्ट्रीय सुअर अनुसंधान संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक स्वराज राजखोवा, असम कृृषि विश्वविद्यालय जोरहाट के पूर्व निदेशक एचसी भट्टाचार्य, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के बौद्धिक प्रचार प्रमुख शंकर दास, नलबाड़ी जिले के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता किसान बिपुल हालोई और पंकज कलिता समेत विभिन्न जिलों के 70 अनुभवी व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यशाला का संचालन हाजो, नलबाड़ी और रंगिया के किसानों द्वारा किया गया। गोस्वामी ने कहा कि इससे पहले भारतीय बैंक प्रबंधन संस्थान, खानापाड़ा में 26 अगस्त से तीन दिवसीय मुख्यमंत्री युवा कल्याण योजना के जरिए जिला स्तरीय अनुभवी व्यक्तियों के लिए राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था जिसमें कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया था।
मुख्यमंत्री ने छात्र एवं युवा कल्याण परिषद को सक्रिय करने का दिया निर्देश
