विधानसभा चुनाव के बाद सब्जी व्यापारी सब्जियों के दामों को अपने मन मुताबिक बढ़ा रहे हैं। संबंधित विभाग इन पर नकेल कसने के लिए पूरी तरह से असफल है। व्यपारियों का कहना है कि राजनीतिक पार्टी को फंड व पैसे देने के चलते ही उन्हें सब्जियों के दामों को बढ़ाना पड़ रहा है।  नतीजा है कि प्याज, भिंडी व अन्य सब्जियों की रसोई में खपत कम हो गई है। कुछ दिन पहले मुल्यवृद्धि के खिलाफ अखिल असम छात्र संघ(आसू)ने गुवाहाटी समेत पूरे राज्य में विरोध प्रर्दशन किया था। छात्र संघ ने खाद्य आपूर्ति विभाग के मंत्री फणिभूषण चौधरी के खिलाफ जमकर नारे बाजी भी की थी। कारण फणिभूषण चौधरी की बात आपूर्ति विभाग के अधिकारी नहीं मानते हैं। यह अब स्पष्ट हो गया है। लेकिन अब परिस्थिति काफी जटिल हो गई है। मालूम हो कि आसमान छूते भाव फिलहाल काबू में आते नहीं दिख रहे हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि संबंधित विभाग  की घोर लापरवाही के कारण व्यापारी सब्जियों के भाव मनमानी तरीके से वसूल रहे है। लोगों ने बताया कि खुदरा बाजार में ग्राहकों से मनमानी पैसे वसूला जा रहा है। कई लोगों ने बताया कि गुवाहाटी के बाजारों में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की लापरवाही तथा अकर्मण्यता के कारण  दुकानदार आम लोगों के खून-पसीने की गाढ़ी कमाई को बड़े ही बेदर्दी से लूटने में लगे है। खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से बाजारों में अभियान चलाया जाता है, लेकिन वह मात्र खानापूर्ति कर छोड़ दिया जाता है। सूत्रों के अनुसार शिलांग, खारूपेटिया, बरपेटा आदि स्थानों से आने वाली सब्जियों में बिचौलिए सिंडिकेटराज चला रहे हैं। कम दाम में खारूपेटिया की सब्जी मिलने का आम लोगों में एक विश्वास बना हुआ था, जबकि वर्तमान खारूपेटिया की सब्जी गुवाहाटी शहर में आते ही उसकी कीमतें आसमान छू रही है। जबकि विभिन्न खुदरा बाजारों में कीमतों का जायजा लेने पहुंचा तो पाया कि बेलतला बाजार, गणेशगुड़ी, एबीसी, पलटन बाजार, सोलापाड़ा समेत नगर के अन्य क्षेत्रों में आज भी साग-सब्जी के गगनभेदी मूल्य हैं। इन बाजार में प्रति किलोग्राम गाजर 60 से 70 रुपए , प्रति किलोग्राम टमाटर 20  से 25  रुपए, बीन्स प्रति किलोग्राम 40 से 45 रुपए , भिंडी 80 से 85  रुपए, बैगन 40-45 रुपए प्रति किग्रा, एसक्वास 30 से 35, फूलगोभी 40-45, पत्ता गोभी 20-25, शिमला मिर्च 60 से 70, मटर 100 रुपए , परवल 80 से 85, प्याज 30 से 35 और आलू 15 से 20 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रही है। वहीं अदरक 60 से 70 , लहसुन 120 से 130, धनिया 10 रुपए मुट्ठी, लौकी 35 रुपए किलो, कुम्हड़ा 35 रुपए प्रति किलो, बैंगन 40 से 45, गाजर 60 से 65 , निंबू दो 10 रुपए, झिका 40 से 45, मिर्च 60 रुपए, सजना 80, खीरा 40 रुपए और भिंडी 80 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रही है। कुछ व्यवसायियों के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली सब्जी के ट्रकों पर कुछ दलालों द्वारा सिंडिकेट करने के कारण सब्जी के मूल्यों में बढ़ोत्तरी जारी है। शिलांग, खारूपेटिया, बरपेटा रोड व अन्य क्षेत्रों के कम मूल्य की साग-सब्जी गुवाहाटी पहुचंते ही सिंडीकेट राज शुरू हो जाता है। आम ग्राहकों ने सरकार पर मूल्यवृद्धि नियंत्रण में पूरी तरह असफल रहने का आरोप लगाया है। यहां तक चुनाव की आड़ में सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है। बकरी का मांस की कीमत भी 50 रुपए से अधिक बढ़ी है। अंडे की कीमत प्रतिदिन बढ़ रही है। थोक बिक्रेता नेसार अहमद का कहना है कि दो दिन पहले प्रति प्लेट अंडे की कीमत 145-150 थी लेकिन बृहस्पतिवार को 155 रुपए हो गई। थोक बिक्रेता का कहना है कि गुवाहाटी के बेलतला बाजार समेत कई बाजार में लेसी गुंडा टैक्स वसूल रहे हैं। यहां तक कि गुवाहाटी नगर निगम (जीएमसी) की लापरवाही व अकरमण्य के चलते व्यवयायियों से 20 रुपए की जगह 200 रुपए तक गुंडा टक्स लेसी वसूलते है। लेसी की ओर से गुंडा टैक्स व्यवसायी ग्राहकों से वसूलते है।