देश के अन्य भागों के साथ ही असम में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हिमंत विश्वशर्मा ने बृहस्पतिवार एक बार फिर साफ शब्दों में कहा कि राज्य में फिलहाल रात्रिकालीन कर्फ्यू या लॉकडाउन जैसे विकल्पों की कोई दरकार नहीं है। हिमंत ने यह बयान मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की मौजूदगी में उनके साथ एक प्रेस कांफ्रेंस साझा करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने अगले सात दिनों में कोविड-19 नमूनों की जांच की संख्या प्रतिदिन एक लाख करने की योजना बनाई है। हिमंत ने कहा कि असम में रात्रिकालीन कर्फ्यू या लॉकडाउन लागू करने की कोई संभावना नहीं है। बीमारी की रोकथाम के लिए हमारी रणनीति ट्रिपल टी यानी टेस्ट (जांच), ट्रेसिंग (संपर्कों का पता लगाना) और ट्रीटमेंट (ईलाज)  पर ध्यान केंद्रित करने की है। उन्होंने कहा कि बुधवार को करीब 18,000 नमूनों की जांच की गई। आज 35,000 जांच की जानी है। इसके बाद, जांच की रफ्तार को धीरे-धीरे बढ़ाते हुए एक सप्ताह के भीतर प्रतिदिन एक लाख नमूनों का परीक्षण किया जाएगा। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच कई राज्यों ने रात्रिकालीन कर्फ्यू और लॉकडाउन लागू करना शुरू कर दिया है। मंत्री शर्मा ने कहा कि करीब एक साल बाद हमने संक्रमण की दूसरी लहर देखी है और सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आज से कोविड-19 जांच में तेजी लाई जाएगी ताकि हम सुरक्षित तरीके से बिहू उत्सव मना सकें। मंत्री ने कहा कि बिहू उत्सव मनाने को लेकर जल्द मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जाएगी। असम में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 195 नए मामले सामने आए थे, जिसके साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 2,19,027 तक पहुंच गई। उन्होंने सभी से कोविड-19 सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करने का भी आग्रह किया। दूसरी ओर इस मौके पर कोरोना संक्रमण के बारे में दिए गए अपने बयान में मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा कि टीके सुरक्षित हैं और हम इस महामारी को हराने में सफल जरूर रहेंगे। मैं राज्य के सभी योग्य व्यक्तियों से टीका लगवाने और सुरक्षा सावधानियों को बरतते रहने का आग्रह करता हूं। सोनोवाल ने डॉ हिमंत विश्वशर्मा और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान दावा करते हुए कहा कि पिछले एक साल में कोविड-19 के खिलाफ एकजुट और निरंतर लड़ाई के कारण, असम वायरस को और फैलने से रोक सका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष भी लोगों को राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिकों की सुरक्षा और अच्छे स्वास्थ्य के लिए लागू किए गए उपायों का पालन करना चाहिए।