राज्य के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को लेकर दहशत व्याप्त है। तिनसुकिया, जोरहाट, डिब्रूगढ़ विवि व तेजपुर विवि के बाद गुवाहाटी के लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन, चिरांग के ढालीगांव स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल व बंगाईगांव शोधनागार उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कोविड के कई नए मामले सामने आए हैं। इसके चलते बंगाईगांव शोधनागार उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रबंधन ने विद्यार्थियों के लिए 20 अप्रैल तक पाठदान बंद कर दिया है। वहीं ढालीगांव के दिल्ली पब्लिक स्कूल में भी 20 अप्रैल तक बंद का ऐलान किया गया है। हालांकि कक्षाओं में ऑफलाइन के बदले ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के चलते कामरूप (मेट्रो) जिला प्रशासन ने जिले के लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन परिसर को आठ अप्रैल से 21 अप्रैल तक कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया है। संस्थान के 20 विद्यार्थियों में कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद यह फैसला लिया गया है। इस बीच कामरूप (मेट्रो) जिला उपायुक्त विश्वजीत पेगू ने कोविड की ताजा स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए शुक्रवार की सुबह 10.30 बजे एक आपात बैठक बुलाई है। बैठक में शिक्षा विभाग के साथ ही 34 अन्य सरकारी विभागों के अधिकारियों को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। गौरतलब है कि राज्य में चुनावी घमासान के बीच एक अप्रैल से सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में नए शैक्षिक सत्र का पाठदान शुरू हो गया है। आरोप है कि विभिन्न विद्यालयों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया है। सैनिटाइजर, मास्क व सामाजिक दूरी की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। अभिभावक तथा शिक्षक नहीं चाहते कि फिर विद्यालय बंद हो जाए। बावजूद लोगों के मन में यह आशंका है कि क्या विद्यालय फिर बंद होंगे? इस बीच शिक्षामंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा कर दी कि कोविड के चलते किसी भी कारण से विद्यालय बंद नहीं होंगे। उधर आपदा प्रबंधन तथा कोविड प्रोटोकॉल को लेकर राज्य के मुख्य सचिव को जितना तत्पर होना चाहिए था उतना नहीं होने का आरोप है।