डब्रूगढ़ः कोरोना महामारी के दो साल बीत जाने के बाद फिर एक बार डिब्रूगढ़ में मैराथन का आयोजन किया गया। डिब्रूगढ़ की जानीमानी सामाजिक संस्था मारवाड़ी युवा मंच, डिब्रूगढ़ ग्रेटर द्वारा रविवार को आयोजित छठवें डिब्रूगढ़ मैराथन में 16 सौ महिला व पुरुषों ने भाग लिया। बच्चे, युवा, महिला पुरुष व बुजुर्गों ने चार वर्ग में आयोजित मैराथन में भाग लिया। मैराथन में सिर्फ डिब्रूगढ़ से ही नहीं, बल्कि असम के विभिन्न जिलों व देश के अन्य राज्यों से कई धावक भाग लेने पहुंचे। मैराथन के 21 किलोमीटर के धावकों को मद्रास रेजिमेंट की पांचवीं बटालियन के सीओ कर्नल रंजीत सिंह यादव ने झंडा दिखाकर रवाना किया। इसके बाद 11 किलोमीटर के धावकों को डिब्रूगढ़ नगरपालिका के अध्यक्ष डॉ. सैकत पात्र व उपाध्यक्ष उज्ज्वल फूकन, सात किलोमीटर के धावकों को दिल्ली पब्लिक स्कूल के निदेशक व सीए संजय जैन तथा चार किलोमीटर के धावकों को मायुमं के पदाधिकारियों ने झंडा दिखाकर रवाना किया। डिब्रूगढ़ शहर के विभिन्न मार्गों पर सिर्फ धावक ही धावक दौड़ने नजर आ रहे थे। उनका उत्साह आम जनता तालियों की गड़गड़ाहट के साथ कर रही थी। आयोजकों की तरफ से सड़कों पर पानी के साथ ही टोकन के भी स्टॉल लगाए गए थे। इस दौरान मायुमं के सदस्य बहुत ही कुशलता के साथ मैराथन का नियंत्रण करते दिखे। मैराथन के 21 किलोमीटर पुरुष वर्ग की दौड़ में पश्चिम बंगाल के अलीपुर द्वार के रूपम देवनाथ ने पहला, तीखेश्वर कुर्मी ने द्वितीय व विक्रम दास ने तृतीय तथा महिला वर्ग में रेखामणि सैकिया ने प्रथम, रुपाली मुंडा को द्वितीय व लखी भूमिज ने तृतीय स्थान हासिल किया। वहीं 11 किलोमीटर के पुरुष वर्ग में बसवराज मजगी ने प्रथम, प्रशांत पाटिल ने द्वितीय व सुभाष नायक ने तृतीय तथा महिला वर्ग में ममता उरांग ने प्रथम, रूमी मुंडा ने द्वितीय व साहेबा अहमद ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सात किलोमीटर पुरुष वर्ग में लखीमपुर के हुमेन सेनापति ने प्रथम, देवजीत कुर्मी ने द्वितीय व धन कर्मकार ने तृतीय तथा महिला वर्ग में कल्याणी गर्ग ने प्रथम, उर्मिला गोगोई ने द्वितीय व आशा भैना ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। देश के होनहार नन्हे मुन्ने बालकों ने भी बड़ी संख्या में चार किलोमीटर की दौड़ में भाग लिया। जिसमें पुरूष वर्ग में कुशल सिंह ने प्रथम, प्रेम दोरजी ने द्वितीय व टिंकू शर्मा ने तृतीय तथा महिला वर्ग में अदिति सोनोवाल ने प्रथम, बार्बी कर्मकार ने द्वितीय व हिरामती मुरा ने तृतीया स्थान लाभ किया। मैराथन के समापन पर पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सेना की मद्र्रास रेजिमेंट की पांचवीं बटालियन के सीओ कर्नल रंजीत सिंह यादव व सीआरपीएफ की 171वीं बटालियन के सीओ समीर श्रीवास्तव तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में दिल्ली पब्लिक स्कूल, डिब्रूगढ़ के निदेशक संजय जैन व मनोहारी टी एस्टेट के मालिक राजन लोहिया सहित कई गणमान्य लोगों ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया। इस दौरान 21 किलोमीटर दौड़ के विजेताओं को मायुमं, डिब्रूगढ़ ग्रेटर की तरफ से नगद पुरस्कार प्रदान किए गए। मंच का संचालन मायुमं, डिब्रूगढ़ ग्रेटर के अध्यक्ष अभिषेक शर्मा व सचिव प्रमेश अग्रवाल ने किया, जबकि सभी का धन्यवाद ज्ञापन मैराथन के संयोजक मयंक पोद्दार व प्रतीक पोद्दार ने किया। 21 किलोमीटर के विजेता पश्चिम बंगाल के अलीपुर द्वार निवासी रूपम देवनाथ ने प्रहरी संवाददाता को बताया कि डिब्रूगढ़ में आयोजित होने वाली मैराथन के बारे में उन्होंने काफी सुना था। इस लिए वे पहले 2018 में डिब्रूगढ़ मैराथन में भाग लेने आये थे। लेकिन इस समय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो जाने के कारण मैराथन को स्थागित कर दिया गया तो वापस लौट गए। कोविड माहमारी के बाद पुनः मैराथन के आयोजन के बारे में जानकारी मिलते ही वे आए और उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त किया। देवनाथ ने नव धावकों से आह्वान किया कि वे अभ्यास करें, एक दिन जरूर वे भी विजेता होंगे। चिकित्सक कांत सिकतिया ने बताया कि कसरत मानव शरीर के लिए बहुत जरूरी है। मायुमं, डिब्रूगढ़ ग्रेटर की तरफ से आयोजित यह मैराथन युवाओं को खेल कूद व व्यायाम के प्रति जागरूक करेगा। मालूम हो कि मैराथन में भारतीय सेना की मद्र्रास रेजिमेंट की पांचवीं बटालियन व सीआरपीएफ की 171वीं बटालियन के जवानों ने भी भाग लिया, जिसमें कई सेनानी विजेता भी रहे। गौरतलब हो कि कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी की जगह आज मैराथन के दौरान मौसम भी काफी सुहाना था, जिससे धावकों को दौड़ने में बहुत सहूलियत मिली।
डिब्रूगढ़ में मारवाड़ी युवा मंच ग्रेटर शाखा ने दो साल बाद किया मैराथन का आयोजन, युवाओं में दिखा उत्साह
.jpg1661170410.jpg)