असम में 16 जिलों के 40 विधानसभाई क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को अंतिम चरण का मतदान संपन्न हो गया। इसके साथ ही हिमंत विश्वशर्मा समेत पांच कैबिनेट मंत्री समेत 337 नेताओं का भविष्य ईवीएम में बंद हो गया। इस चरण में 79,19,641 मतदाताओं ने अपने पसंद के उम्मीदवारों के पक्ष में बढ़-चढ कर मतदान किया। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी के मुताबिक हिंसा और गड़बड़ी की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। उन्होंने बताया कि गोलकगंज के दिघलतरी प्राथमिक विद्यालय के एक मतदान केंद्र पर कुछ मुद्दों को लेकर दो समूहों के बीच झड़प हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवा में गोलीबारी की, उसके बाद स्थिति को काबू में किया गया। हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ। चुनाव अधिकारी ने कहा कि संबंधित मतदान केंद्र पर कुछ समय के लिए मतदान रोक दिया गया और कुछ देर बाद फिर से यह शुरू हो गया,वहीं बिलासीपाड़ा (पश्चिम) विधानसभा क्षेत्र के गुटीपारा में एक मतदान केंद्र पर कुछ लोगों ने मुफ्त मास्क बांटने को लेकर सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया। हमलावरों ने मतदान केंद्र पर पथराव भी किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अधिकारियों के अनुसार मतदान केंद्र पर लगभग आधे घंटे तक मतदान बाधित रहा। सुरक्षा बल के एक अधिकारी के अनुसार बोंगाईगांव के एक मतदान केंद्र में भारी भीड़ के पहुंचने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसी क्षेत्र में एक अन्य मतदान केंद्र पर उस समय हंगामा होने लगा जब पीठासीन अधिकारी एक दिव्यांग व्यक्ति को वोट डालने में मदद करने के लिए चले गए। चुनाव अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने तुरंत स्थिति पर नियंत्रित कर लिया। उल्लेखनीय है कि गुवाहाटी के कामरूप एकाडमी हायर सेकेंडरी स्कूल में एक मतदान केंद्र पर कम से कम दो लोगों को उस समय हिरासत में में ले लिया गया, जब वे कथित तौर पर पूर्व गुवाहाटी के भाजपा प्रत्याशी सिद्धार्थ भट्टाचार्य के पर्चे बांट रहे थे। हालांकि वहां किसी तरह का बवाल नहीं हुआ। चुनाव अधिकारी का कहना है कि विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से करीब 10 लोगों को हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि गुवाहाटी समेत कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम के खराब होने की सूचना मिली थी और उन मशीनों को बदलने के बाद वहां फिर मतदान शुरू हुआ। उल्लेखनीय है कि मंगलवार की सुबह पांच बजे से ही मतदान के दौरान अपनी पहली बारी के लिए कतार में खड़े हो गए, जिसके कारण सात बजते-बजते गुवाहाटी समेत अन्य इलाके में भी लंबी तथा भारी संख्या में मतदाता मतदान केंद्रों पर दिखे। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर मतदाता मास्क पहनकर विभिन्न मतदान केंद्रों के बाहर पंक्तियों में खड़े थे। हालांकि उस भीड़ में भी काफी इसके प्रति बेफिक्र नजर आए, जबकि अधिकांश केंद्रों पर आपस में दूरी बनाते हुए मतदाता यहां विशेष निशान पर खड़े होकर मतदान की अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे। जिन मतदाताओं के पास मास्क नहीं थे, उन्हें मास्क दिया जा रहा था। विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहले मतदाताओं को पौधों और वरिष्ठ नागरिकों का गामोछा के साथ अभिनंदन किया गया। उल्लेखनीय है कि पहाड़ी तथा दुर्गम इलाके के मतदाताओं के लिए कई तरह की व्यवस्था की गई थी। वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए व्हीलचेयर और ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई थी। मॉडल मतदान केंद्रों में बच्चों के खेलने का स्थान, बैठने की जगह, सेल्फी जोन आदि बनाए गए थे। कुछ मतदान केंद्रों को बोतलों, प्लास्टिक आदि के साथ सजाया गया था,जबकि कुछ मतदान केंद्रों पर बिहू की झलक दिखी। उल्लेखनीय है कि अंतिम चरण के चुनाव में भाजपा के मंत्रियों में हिमंत विश्वशर्मा, चंद्रमोहन पटवारी, सिद्धार्थ भट्टाचार्य, फणिभूषण चौधरी, चंदन ब्रह्म, प्रमिला रानी ब्रह्म और एआईयूडीएफ के बशीर कासमी समेत 337 प्रत्याशी के भाग्य ईवीएम में कैद हो गए। सभी प्रत्याशियों ने सुबह- सुबह अपने-अपने मतदान केंद्रों पर वोट डाले।
असम विस चुनाव, अंतिम चरण में 40 सीटों के लिए वोटिंग
