देश में भगवान शिव के हजारों मंदिर में इनमें से कई में कुछ चमत्कारों से भरे हुए हैं जिनका आजतक कोई पता नहीं लगा पाया। ऐसा ही कुछ है अचलश्वर महादेव मंदिर में जो विज्ञान के लिए भी चुनौती बना हुआ है। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर का शिवलिंग दिन में 3 बार रंग बदलता है। वैसे तो देखने में यह बिल्कुल आम शिवलिंग की तरह ही है, लेकिन इसके बदलते हुए खूबसूरत रंग सभी को हैरान कर देते हैं। ऐसा क्यों होता है इसका कारण खुद वैज्ञानिक भी अभी तक नहीं ढूंढ पाए। इस शिवलिंग का रंग सुबह के समय लाल होता है तो दोपहर ये केसरिया रंग में बदल जाता है। उसके बाद रात होते होते ही ये श्याम रंग का हो जाता है। इसका अंतिम छोर कहा है इसके बारे में आजतक कोई पता नहीं चला। यहां के स्थानीय निवासी बताते हैं कि इस शिवलिंग की जड़ तक कोई नहीं पहुंच पाया। शिवलिंग कितनी गहराई से जमीन से जुड़ा हुआ है, इसका पता लगाने के लिए इसकी खुदाई का काम कई दिनों तक चला मगर लोग इसके अंतिम छोर तक नहीं पहुंच पाए और जिसके बाद खुदाई का काम रोक दिया गया। अचलेश्वर महादेव मंदिर में लोगों की काफी श्रद्धा है। लोगों का कहना है कि शिवलिंग के दर्शन करने से इंसान की सभी इच्छाएं पूर्ण होती है और जीवन की सभी तकलीफ दूर हो जाती हैं।