भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के केंद्रीय अध्यक्ष तथा सांसद तेजस्वी सूर्य ने आज रविवार को डिब्रूगढ़ में कहा कि कांग्रेस व एआईयूडीएफ के प्रमुख सांसद बदरुद्दीन अजमल असम की सभ्यता-संस्कृृति के संरक्षक नहीं बन सकते। कांग्रेस व अजमल पूरी तरह से मुगल का प्रतिनिधित्व करते हैं। यहां आयोजित भाजपा के विशाल युवा समारोह में भाग लेकर भाजयुमो के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि असम एक महत्वपूूर्ण चुनाव का सामना करने जा रहा है। यह चुनाव सिर्फ असम के भविष्य का ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वोत्तर का भविष्य निर्धारित करेगा। उन्होंने दावा किया कि पिछले पांच सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में असम विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। इस विकास को कोई भी रोक नहीं सकता। उन्होंने महागठबंधन की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि महागठबंधन की कोई नीति नहीं है। दूसरी ओर युवा समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कांग्रेस नेतृत्वाधीन महागठबंधन को कलंकित करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास किसी भी तरह  का राष्ट्रीय, सामाजिक और नैतिक चरित्र नहीं है। इसलिए  कांग्रेस 55 साल सत्ता में रहने के बाद भी जनता के लिए किसी तरह का अच्च्छा काम नहीं कर सकी। उनके कुकर्म के कारण राज्य का विकास बाधित हुआ। उधर नेडा के संयोजक डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने समारोह को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस यानी लुंगी व सूत-कंबल है। कांग्रेस का प्रतीक चिह्न ‘हाथ’ के बदले लुंगी होना चाहिए था। डॉ. शर्मा ने कहा कि हमने लोगों को सूत-कंबल और लुंगी देने के बजाए गरीब विद्यार्थियों को शिक्षित कर रोजगार मुहैया करने की पहल की। उन्होंने कहा कि हमें असमिया की स्वाभिमान की रक्षा करनी होगी। कांग्रेस के ‘असम बचाओ’ कार्यक्रम की तीखी आलोचना करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि बदरुद्दीन अजमल के साथ मिलकर कांग्रेस असम बचाने आई है। पांच सौ साल पहले बाबर ने रामजन्मभूमि को तोड़ा था और बदरुद्दीन अजमल वाहिनी ने बटद्रवा पर अधिकार जमाया था। यह बात असम की जनता को अच्छी तरह से याद है।