गुवाहाटी: सनातन धर्मावलंबी लोगों का पवित्र सावन माह शुरू हो गया है। शिवालयों व देवालयों में सावन के आयोजन को लेकर  व्यापक तैयारी  हुई है। इस पावन अवसर पर नगर के शिवालय तथा शिव मंदिरों को भव्य व आलौकिक रूप से सजाया गया है। कावडि़ए बोलबम कहते हुए गंगा जल भरने के लिए बशिष्ठ गंगा के लिए निकल पड़े हैं। कल पहली सोमवारी पर तडक़े शिवालय पहुंच कर भोलेनाथ को जलाभिषेक करेंगे।  इसके सफल आयोजन के लिए कामरुप (मेट्रो) जिला प्रशासन, अखिल असम देवालय संघ, शुक्रेश्वर देवालय परिचालना समिति, श्री बशिष्ठ गंगा सेवा समिति और बशिष्ठ आश्रम देवालय परिचालना समिति ने संयुक्त रुप से कमर कस ली है। सावन शुरू होते ही नगर के शिवालयों तथा शिव मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ बढऩे लगी है। कल सावन की पहली सोमवारी है, इस मौके पर शिवालयों तथा शिव मंदिरों में भारी भीड़ होगी।  दो साल के बाद बोलबम कांवड़ यात्रा को लेकर मंदिरों के आयोजकों के साथ भक्तों में व्यापक उत्साह देखा जा रहा है। आज रविवार को संध्या समय शिव भक्त भगवा वस्त्र धारण कर बोलबम कांवड़ यात्रा के लिए बशिष्ठ गंगा में  जल भरने के लिए जाते हुए दिखे। वहीं अखिल असम देवालय संघ के अध्यक्ष व शुक्रेश्वर देवालाय परिचालना समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश भट्टाचार्य ने बताया कि 14 जुलाई से सावन माह शुरू हो गया है, जो अगामी 12 अगस्त तक चलेगा। श्री बशिष्ठ गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष कामाख्या प्रसाद मोर का कहना है कि बोलबम कांवड़ यात्रा में आए कांवडिय़ों की सेवा व सुविधा के लिए बशिष्ठ मंदिर से लेकर शुक्रेश्वर देवालय तक 300 वोलेंटियर तैयार है। रविवार की संध्या से  सभी वोलेंटियर अपने -अपने स्थान पर ड्यूटी में लग गए है। बशिष्ठ आश्रम देवालय परिचालना समिति के महासचिव अमिय शर्मा ने बताया कि इस मौके पर कॉवडिय़ों तथा श्रद्धालु भक्तों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम,मेडिकल कैंप की सुविधा के अलावा पेयजल आदि की व्यवस्था है। दो सालों तक कांवड़ यात्रा नहीं हो पाई, इसके चलते हम कांविडय़ों को सेवा देने से वंचित रह गए थे, परंतु इस बार सेवा देने का मौका मिला है, जिससे हम धन्य हैं। आज संध्या समय से ही कांवडि़ए बोलबम के जयकारे लगते हुए यहां पहुंचे। इसके साथ बशिष्ठ गंगा में स्नान के साथ पूजा-पाठ किया, साथ ही  शिव मंदिर में जलाभिषेक किया। इसके बाद कांवड़ में जल भर कर बेलतला चाराली, जीएस रोड , एटी रोड होते हुए पान बाजार स्थित शुक्रेश्वर महादेव का जलाभिषेक करेंगे।