हैदराबाद में आयोजित भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अगले दो वर्षों के दौरान होने वाले विधानसभा चुनावों एवं वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इस प्लान के तहत भाजपा के नेता अपना जनाधार बढ़ाने के लिए पहल करेंगे। दो सालों को दौरान 18 राज्यों के विधानसभाओं तथा लोकसभा का चुनाव होना है। भाजपा सभी जगहों पर विजय हासिल करने के लिए चुनाव वाले राज्यों पर फोकस करेगी। वर्तमान में 18 राज्यों में से 11 राज्यों में भाजपा का शासन है, जबकि बाकी के सात राज्यों में विपक्षी दलों की सरकार है। 2022 के अंत तक गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा लगातार दोनों राज्यों का दौरा कर रहे हैं। वर्ष 2023 में नौ राज्यों त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड, मिजोरम, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान, एवं तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। अप्रैल 2023 में कर्नाटक तथा आगे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम, हरियाणा, महाराष्ट्र एवं झारखंड में चुनाव होने वाले हैं। इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कई कार्यक्रमों की घोषणा की है। पार्टी तिरंगा आंदोलन चलाएगी, जिसके तहत देश के 20 करोड़ ज्यादा युवाओं एवं महिलाओं को पार्टी से जोड़ा जाएगा। चुनावी राज्यों के प्रत्येक जिले में तिरंगा आंदोलन शुरू होगा। इन राज्यों के प्रत्येक बूथ से 200 भाजपा कार्यकर्ताओं को जोड़ने का काम किया जाएगा। पार्टी ने देश के 50 हजार ऐसे बूथों को चिन्हित किया जिसको मजबूत करने की जरूरत है। भाजपा ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए जोर देगी। शहरी क्षेत्रों में पहले ही भाजपा की स्थिति मजबूत है। चुनाव जीतने के लिए जातिगत समीकरण को और मजबूत करने पर फोकस दिया जाएगा। वर्ष 2017 में दलित समाज के नेता रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाया गया। इस बार भाजपा ने आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित कर दलित एवं आदिवासी वर्ग को साधने की कोशिश की है। मोदी सरकार ने मंत्रिमंडल में चयन एवं राज्यसभा के लिए उम्मीदवारी के वक्त भी जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा है। उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल के दौरान भी इस तरह की चीजें देखी गईं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने उज्ज्वला गैस योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुफ्त राशन, हर घर नल योजना, किसान सम्मान निधि योजना, स्वच्छता मिशन एवं शौचालय निर्माण जैसी सरकारी योजनाओं की उपलब्धि को जनता का पहुंचाने का निर्णय लिया है। भाजपा नेता, सांसद एवं विधायक जनता के बीच पहुंच कर अपनी सरकार की कामयाबी को बताएंगे। विदेशों में भी मोदी सरकार की उपलब्धियों को बताने के लिए नेटवर्क तैयार किया गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अब तक इस मामले में दुनिया के 40 देशों के मिशन प्रमुखों से विचारों का आदान-प्रदान कर चुके हैं। पाकिस्तान में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने तथा राम मंदिर निर्माण को भाजपा अपनी बड़ी कामयाबी मान रही है। पार्टी को उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर में लिए गए साहसिक निर्णय एवं राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने से अगले चुनाव में भाजपा को मतदाताओं का पूरा समर्थन मिलेगा। भाजपा अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए 18 राज्यों के प्रत्येक जिलों में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का आयोजन करेगी। इसके माध्यम से देश की जनता को सरकार की नीतियों से अवगत कराया जाएगा। युवाओं को डिजिटल विंग से जोड़ने के लिए भी पहल होगी। यह सबको मालूम है कि अभी डिजिटल युग है। अगर युवाओं को पार्टी से जोड़ना है तो डिजिटल विंग को बढ़ावा देना ही पड़ेगा। कुल मिलाकर हैदराबाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में देश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर विस्तार से मंथन कर फैसला लिया गया है। भाजपा को पूरी उम्मीद है कि वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारी बहुमत से तीसरी बार सत्ता में वापस लौटेंगे।
भाजपा का मास्टर प्लान
