गुवाहाटी: समूचा असम वर्तमान समय में बाढ़ की आपदा से बुरी तरह से प्रभावित है। इस वर्ष अप्रैल और जून महीने में दो बार आई बाढ़ से आम लोगों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। बाढ़ से सबसे अधिक स्थिति खराब ग्रामीण इलाकों में हुई है। वहीं राजधानी गुवाहाटी, कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर समेत कुछ और शहर भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से जहां खेती, लोगों के घर और खाने-पीने की वस्तुएं नष्ट हुई हैं, वहीं बड़ी संख्या में सडक़, पुल, तटबंध आदि भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। ग्रामीणों का जीवन बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुई है। वर्तमान समय में सबसे अधिक आवश्यकता भोजन और चिकित्सा की है। इस कड़ी में डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति बाढ़ पीड़ितों के बीच खाद्य समेत अन्य सामग्रियों का वितरण कर रही है। डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति ने उत्तर गुवाहाटी के मांदाकाटा में बाढ से पीड़ित परिवारों के बीच राशन सामग्री का वितरण किया है। उत्तर गुवाहाटी में बाढ़ से भारी क्षति हुई है। हज़ारों परिवार बेघर हो गए हैं। लोगों के पास खाने के लिए पर्याप्त राशन नहीं है। ऐसे में रविवार को डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति के द्वारा 300 परिवारों के बीच चावल, दाल, आलू, चिउरा, गुड़, बिस्कुट, मोमबत्ती आदि प्रदान किए गए। समिति के सदस्यों ने बताया है कि इस तरह का सेवा कार्य अन्य प्रभावित इलाकों में भी चल रहा है। उल्लेखनीय है कि राज्य के अभी भी 27 जिलों के 2894 गांवों की 25,10,989 नागरिक बाढ़ से प्रभावित हैं। जबकि, 80346.28 हेक्टेयर कृषि भूमि पानी के नीचे है। राज्य में अप्रैल एवं जून में आई बाढ़ एवं भूस्खलन से 121 लोगों की जान चली गयी है। अभी भी 637 आश्रय शिविर और 259 वितरण केंद्र संचालित हैं। आशय शिविरों में 2,33,271 लोग रह रहे हैं। सबसे अधिक स्थिति खराब कछार जिला मुख्यालय सिलचर शहर का है। शहर का अधिकांश हिस्सा पानी में डूबा हुआ है।
डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति ने बाढ़ प्रभावितों में वितरित की राहत सामग्री
