पिछले करीब एक पखवाड़े से चल रहा चुनावी शोर बृहस्पतिवार की शाम 5 बजे बाद थम गया। अब प्रत्याशी मतदाताओं की मान मनुहार करने के लिए घर घर पहुंचने की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि चुनाव प्रचार के अंतिम दिन प्रत्याशियों ने अपनी अपनी ओर मतदाताओं को रिझाने तथा चुनाव में अपनी ताकत दिखाने के लिए हजारों समर्थकों के साथ जनसंपर्क व रोड शो और चुनावी सभाओं का आयोजन किए। उल्लेखनीय है कि असम में पहले चरण की 47 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार बृहस्पतिवार शाम को समाप्त हो गया। इन सीटों पर 27 मार्च को मतदान होगा। शनिवार को होने वाले मतदान में मतदाता 264 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। पहले चरण की 47 सीटों में से 39 पर भाजपा जबकि 10 पर इसका सहयोगी दल एजीपी मैदान में हैं। इनमें से दो पर उसका भगवा दल के साथ मित्रवत मुकाबला भी होगा। वहीं, कांग्रेस 43 सीटों पर जबकि उसके सहयोगी दल एआईयूडीएफ, राजद, आंचलिक गण मोर्चा (स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर)और सीपीआई-एमएल एक-एक सीट पर चुनाव मैदान में है। असम जातीय परिषद 41 सीटों पर जबकि रायजर दल 19 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। पहले चरण में 78 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार पहले चरण में 23 महिला उम्मीदवार भी हैं। राज्य में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को लागू किया जाना प्रमुख मुद्दा है। इसे लेकर राज्य में प्रदर्शन और हिंसा तक हुई, हालांकि प्रदेश भाजपा इस पर चुप है। यह मुद्दा न तो पार्टी के प्रचार के दौरान सुनाई दिया और न ही इसे पार्टी के घोषणापत्र में स्थान मिला। हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने टिप्पणी की है कि यह संसद का कार्य है और इस पर अमल किया जाएगा। वहीं, कांग्रेस और अन्य दलों ने सत्ता में आने पर असम में इसे लागू नहीं किए जाने को लेकर इसके खिलाफ विधानसभा में विधेयक लाने का आश्वासन दिया है। मालूम हो कि पहले चरण में शोणितपुर, विश्वनाथ, लखीमपुर, नगांव, गोलाघाट, जोरहाट, शिवसागर, चराइदेव, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, माजुली व धेमाजी समेत कुल 12 जिलों के 47 विधानसभाई क्षेत्रों में मतदान कराए जाएंगे। पहले चरण में आनेवाले विस क्षेत्रों में ढेकियाजुली, बरसोला, तेजपुर, रंगापाड़ा, सतिया, विश्वनाथ, बिहाली, गोहपुर, बिहपुरिया, धिंग, बटद्रवा, सामागुड़ी, कलियाबर, बोकाखात, सरूपथार, गोलाघाट, खुमटाई, जोरहाट, डेरगांव, टियक, तिताबर, मरियानी, आमगुड़ी, थाउरा, शिवसागर, नाजिरा, माहमरा, सोनारी, मोरान, डिब्रूगढ़, लाहोवाल, दुलियाजान, टिंगखांग, नाहरकटिया, तिनसुकिया, डिगबोई, मार्घेरिटा, माजुली, नाउवैसा, लखीमपुर, ढकुवाखाना, धेमाजी, जोनाई, चबुवा, दुमदुमा व सदिया शामिल हैं। दूसरी ओर असम विधानसभा चुनाव-2021 के प्रथम चरण के चुनाव को पूरा कराने को लेकर असम का मुख्य चुनाव अधिकारी(सीईओ) कार्यालय ने अपनी सारी तैयारी पूरी कर ली है। सीईओ कार्यालय ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव  कराने में आने वाले किसी भी बाधा और अनियमितता पर अंकुश लगाने के सारे पुख्ता इंतजाम किए हैं। साथ ही मतदान केंद्रों पर प्रशिक्षित अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है। उक्त आशय की जानकारी बृहस्पतिवार को सीईओ, असम नितिन खरे ने दी। मालूम हो कि प्रथम चरण का मतदान 27 मार्च को है। उन्होंने आगे बताया कि शनिवार को चुनाव के पहले चरण में 40,77,410 पुरूष, 40,32, 481 महिला व 124 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं। ये सभी मतदाता 241 पुरूष व 23 महिला उम्मीदवारों के लिए अपना मतदात करेंगे।  खरे ने आगे बताया कि प्रथम चरण में सबसे अधिक मतदाता वाला चुनाव क्षेत्र जोनाई है जहां कुल 3 लाख11 हजार 660 मतदाता है,वही सबसे कम मतदाता वाला चुनाव क्षेत्र थावड़ा विधानसभा क्षेत्र है जहां मतदाताओं की संख्या 1 लाख 16 हजार 354 शामिल है, वही राज्यभर में सर्वाधिक मतदाता दिसपुर विधानसभा क्षेत्र  में है जहां मतदाताओं की कुल संख्या 4 लाख 11 हजार 636 है, जो राज्यभर में सर्वाधिक है। चुनाव के इस पहले चरण में 11,5,37 मतदाता केंद्र तैयार किए गए हैं, वहीं मौजूदा मतदाता केंद्रों के 50 प्रतिशत केंद्रों पर बेव कासि्ंटग कैमरे स्थापित किए गए हैं,जिससे संवेदनशील केंद्रों पर अधिकारी पल-पल की नजर रख पाएगें।