पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में भाजपा को दोबारा जनमत मिला है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भाजपा गठबंधन सरकार के गठन की तैयारी शुरू हो गई है। मणिपुर तथा गोवा में भाजपा पहले से और ज्यादा मजबूत होकर सामने आई है। पांच राज्यों के चुनाव पर विदेश की भी नजर लगी हुई थी। इस चुनाव को विदेशी मीडिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता से जोड़कर देख रहा था। खासकर उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव मोदी की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ था। यह सबको मालूम है कि केवल उत्तर प्रदेश से ही 80 सांसद लोकसभा में पहुंचते हैं। यही कारण है कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता लखनऊ से होकर गुजरता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी से ही सांसद हैं। चार राज्यों में भाजपा की दोबारा वापसी से प्रधानमंत्री का गद्गद् होना स्वाभाविक है। उत्तर प्रदेश के अंतिम चरण के प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री ने सीधे मोर्चा संभाल लिया था। भाजपा की शानदार जीत के बाद मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए सांसदों की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि इस बड़ी जीत के साथ उन पर जिम्मेवारी भी बढ़ गई है। मोदी ने सांसदों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में वैसे 100 बूथों की पहचान करें जहां भाजपा को कम मत मिले हैं। उन क्षेत्रों की जांच करें कि ऐसा क्यों हुआ है ताकि भविष्य में वहां सुधार किया जा सके। मोदी ने एक तरह से भाजपा सांसदों के सामने वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का रोडमैप पेश कर दिया है। मोदी ने अपने संबोधन में वंशवाद की राजनीति पर करारा हमला करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। इसलिए भाजपा नेताओं के बेटे-बेटियों टिकट देने से परहेज कर रही है। जैसे-जैसे देश में भाजपा का प्रभाव बढ़ रहा है, मोदी की लोकप्रियता भी बढ़ रही है। भाजपा गठबंधन के शासन में पूर्वोत्तर क्षेत्र पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। संसद को संबोधित करते हुए केंद्रीय डोनर मंत्री किशन रेड्डी ने कहा कि पूर्वोत्तर को भारत विकास नया इंजन बनाने के लिए प्रयास चल रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मिंग इंडिया दृष्टिकोण के तहत सरकार इस क्षेत्र के लिए ज्यादा बजट आवंटित कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्वोत्तर के विकास के प्रति गंभीर हैं। यही कारण है कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में भाजपा की स्थिति लगातार मजबूत होती जा रही है। उत्तर प्रदेश में मिली शानदार विजय से भाजपा को अब लगता है कि 2024 का चुनावी सफर उनके लिए कठिन नहीं होगा। लेकिन पार्टी को पंजाब के प्रदर्शन जरूर आत्ममंथन करना होगा।
मोदी की नसीहत
