धरती पर कई अनोखे जीव पाए जाते हैं जो अपने रहन सहन के लिए जाने जाते हैं। इन्हीं जीवों में चीटियां भी शामिल हैं। चीटियों में कई अनोखी चीजें देखने को मिलती हैं। चीटियों की एक आदत को देखकर हम सभी को हैरान होती है। आपने देखा होगा कि चीटियां हमेशा एक ही लाइन में चलती हुई नजर आती हैं। चीटियों की इस आदत के पीछे एक बड़ी वजह है। आइए जानते हैं कि आखिर चीटियां एक ही लाइन में क्यों चलती हैं? चीटियां दुनिया में हर जगह पाई जाती हैं। यह हमेशा एक परिवार बनाकर रहती हैं। धरती पर कई प्रजाति की चीटियां पाई जाती हैं। रानी चींटी, नर चींटी और मादा चीटियां हमेशा एक साथ और अपना परिवार बनाकर रहती हैं। नर चीटियों में पंख होता है जबकि मादा चीटी में पंख नहीं पाए जाते हैं। चीटियों को सामाजिक कहा जा सकता है, क्योंकि यह हमेशा झुंड में ही चलती हैं। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि चींटियों के पास आंखें सिर्फ दिखाने के लिए होती हैं। चीटियां देख नहीं सकती हैं, क्योंकि वो अंधी होती हैं। जब चीटियां खाने की खोज में बाहर आती हैं, तो उनमें सबसे आगे रानी चलती है। रानी चींटी रास्ते में एक रसायन छोड़ती है जिसका नाम फेरोमोन्स है। इसी की गंध को सूंघकर बाकी चींटियां भी पीछे-पीछे लाइन में चलती रहती हैं। इसकी वजह से एक लाइन बन जाती हैं। चींटियों में एक लाइन में चलने की यही वजह है। दुनिया में हर जगह चींटी पाई जाती हैं, लेकिन सिर्फ यह अंटार्कटिका में नहीं पाई जाती हैं। ब्राजील के अमेजन के जंगलों में सबसे खतरनाक चींटियां पाई जाती हैं। बताया जाता है कि वह बहुत तेज डंक मारती हैं। उनके डंक की चोट के बाद ऐसा महसूस होता है कि बंदूक की गोली शरीर में लग गई हो। सबसे अधिक समय तक जीने वाले जीवों में चींटियां शामिल हैं। दुनिया में कई ऐसे जीव पाए जाते हैं जो सिर्फ कुछ घंटे या कुछ दिन तक ही जीवित रहते हैं। चींटियों में एक खास प्रजाति की चींटी पाई जाती है जिसका नाम ‘पोगोनॉमीमेक्स ऑही’ है जो 30 सालों तक जीवित रहती है।
एक ही लाइन में क्यों चलती हैं चींटियां, जानिए इसके पीछे की वजह
