गुवाहाटीः आज की महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, बल्कि  आगे हैं। स्वाधीन भारत में युवतियों को स्वाधीनता के साथ हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का अधिकार है। जन औषधि केंद्र के जरिए लोगों को कम कीमत में दवाएं उपलब्ध करवानेवाली महिला रूपा छेत्री राय ने असम में सबसे अधिक दवाइयां बेचकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। इसके लिए इनको सरकार की ओर से सम्मानित भी किया गया है। इस आशय की बातें आज गुवाहाटी की सांसद क्वीन ओजा ने महिला दिवस के पूर्व एक कार्यक्रम में भागे लेते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि मानव एक पैर पर किसी भी हालत में नहीं चल सकता है, उसे महिला रूपी दूसरे पैर की जरूरत है। इसके साथ ही घर परिवार चलाने के लिए भी पुरूष के साथ महिला की जरूरत है। बेटियों की इसी तरह की पहल से ही भारत  को आत्म निर्भर बनाने में मदद मिलेगी। केंद्र सरकार बेटी बचाओ तथा बेटी पढ़ाओ पर जोर दे रही है ताकि एक सफल समाज का निर्माण हो सके। उनका कहना है कि भारत को आत्म-निर्भर  बनाने  में बेटिया अहम सहभागिता निभा  रही हैं। उन्होंने कहा कि एक समय में देश में सती प्रथा भी थी,जो अब खत्म हो गई है इसी तरह से आज के लोगों के मन में फैले अंध विश्वास- जैसे डायन हत्या व कन्या भ्रूण हत्या को भी खत्म करना होगा। उनका कहना है कि महिलाएं व्यवसाय, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, समाजसेवा, राजनीति, प्रशासनिक अधिकारी के साथ ही सैन्य क्षेत्र में योगदान दे रही हैं। विश्व स्तरीय खेल प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक ला कर गांव,जिला,राज्य के साथ ही देश का नाम रोशन कर रही हैं। सांसद ने कहा कि आज की महिलाएं केवल घर के चुल्हा-चौके तक ही सीमित नहीं हैं, अपितु वह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण कर हर क्षेत्र में पुरूषों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। महिलाएं घर चलाने के साथ ही खुद को शिक्षित कर अपने बच्चों को भी शिक्षित कर रही हैं तथा उसके भविष्य के लिए बेहतर अवसर प्रदान करने में अग्रसर हो रही हैं। आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र चला रही हैं। शिक्षा ग्रहण के क्षेत्र में बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ ही चिकित्सक बन कर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही हैं।