असम में फिर से जेहादियों की गतिविधियों में तेजी आई है। यह असम के लिए गंभीर चिंता की बात है। इन जेहादियों का अलकायदा जैसे खूंखार आतंकी संगठनों से संबंध होने की खुफिया जानकारी भी मिल रही है। असम पुलिस ने हाल ही में बरपेटा जिले के हाउली एवं कलगछिया क्षेत्र से पांच जेहादियों को गिरफ्तार किया, जिनका संबंध अलकायदा से है। गिरफ्तार पांच जेहादियों में बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद सुमान उर्फ सैफुल इस्लाम शामिल हैं। इन जेहादियों से आपत्तिजनक दस्तावेज एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं। मोहम्मद सुमान बांग्लादेश के कट्टर इस्लामिक संगठन अंसारूल इस्लाम से जुड़ा हुआ है। इसी संगठन ने असम में जेहादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सुमान को अधिकृत किया था। इसके साथ चार अन्य जेहादियों खैरूल इस्लाम, बादशाह सुलेमान खान, नौशाद अली एवं तैमूर रहमान खान को भी गिरफ्तार किया गया है। बांग्लादेश में सक्रिय जेहादी संगठन असम में अपनी गतिविधियां बढ़ाने के लिए नेटवर्क बना रहे हैं। राज्य के चर-चापरी इलाके में स्थित मदरसे से धर्म के नाम पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। चर-चापरी इलाके में इन जेहादियों के स्लीपर सेल काम कर रहे हैं। पुलिस को कुछ महीने पहले ही इसके बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। उसके बाद इन क्षेत्रों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने तो यहां तक कहा है कि असम में इस तरह के कई और माड्यूल काम कर रहे हैं। ऐसे माड्यूल का पर्दाफाश होना बेहद जरूरी है। पाकिस्तान गुप्तचर एजेंसी आईएसआई वहां सक्रिय आतंकी संगठनों के साथ मिलकर बांग्लादेश में अपनी पैठ मजबूत करने में लगी हुई है। पाकिस्तान बांग्लादेश के माध्यम से असम में अल्पसंख्यक बहुल इलाके चर-चापरी क्षेत्र में अपनी गतिविधियां बढ़ाने में लगा हुआ है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान असम में आतंकी गतिविधियों में कमी आई है, जिसका फायदा जेहादी ग्रुप उठाना चाहते हैं। अफगानिस्तान में तालिबान का शासन होने के बाद आतंकी एवं जेहादी संगठनों को अपनी गतिविधियां बेरोक-टोक चलाने का मौका मिल गया है। इसी का फायदा उठाकर पाकिस्तान पूर्वोत्तर क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करना चाहता है। असम पुलिस को इस दिशा में चौकस रहना पड़ेगा। पुलिस द्वारा गिरफ्तार पांचों जेहादियों से पूछताछ के दौरान कई सनसनीखेज जानकारी सामने आएगी, जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। इन जेहादियों के अलकायदा से जुड़े होने की खबर के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) तथा दूसरी जांच एजेंसियां भी जांच में शामिल हो सकती हैं। कुल मिलाकर राज्य में बढ़ती जेहादी गतिविधियां बड़े खतरे का संकेत है जिसको सुरक्षा बलों को गंभीरता से लेना होगा।