महिलाओं में मोटापा के कारण कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं हो सकती हैं।मोटापा महिलाओं में कई अन्य बीमारियों का भी कारण बन सकता है। इसकी वजह से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल और हार्ट हेल्थ प्रभावित हो सकता है। इसके साथ ही मोटापा बढ़ने से महिलाओं को बहुत परेशानी आती है। थोड़ी दूर चलने या दोड़ने पर महिलाओं की सांस फूलने लगती है और यह सांस से संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है। दरअसल अपने वजन को नियंत्रित रखना सिर्फ शरीर के लिए ही नहीं आपके मन और स्वस्थ दिमाग के लिए भी बेहद जरूरी है। वहीं अधिक मोटापा के कारण महिलाओं में अनिद्रा, तनाव और चिंता जैसी मानसिक समस्याएं देखने को मिलती है। ऐसे में महिलाओं में मोटापा बढ़ने से क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं।
डायबिटीज : महिलाओं में मोटापे के कारण ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है, जिसकी वजह से रक्त में शुगर लेवल अधिक हो जाता है और इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही यह हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे का भी कारण बन सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर : वजन अधिक बढ़ने से महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है और ब्लड सर्कुलेशन के लिए हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है। इन सभी कारणों से आपको ब्रेन हैमरेज का कतरा भी हो सकता है।
डिप्रेशन : मोटापा के कारण महिलाओं को डिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है। यह ज्यादातर किशोरावस्था में लड़कियो में देखा जाता है कि मोटापा बढ़ने से आप अपने दोस्तों के सामने जाने से कतराते हैं और अपने बढ़ते वजन को लेकर शर्मिंदगी महसूस करते हैं जिसके कारण यह चिंता और डिप्रेशन का कारण बनता है।
हार्ट संबंधी समस्याएं : मोटापे के कारण हृदय संबंधी समस्साएं भी हो सकती हैं। दरअसल वजन बढ़ने के कारण आपका कोलेस्ट्रोल बढ़ सकता है और आपको हाई बीपी के कारण हार्ट अटैक की समस्या भी हो सकती है।