गुवाहाटी : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी ने मंगलवार को अपने परिसर में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ’फेरेल के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ’ फैरेल, ऑस्ट्रेलियाई महावाणिज्य दूत, कोलकाता रोवन एन्सवर्थ, ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त के प्रथम सचिव परोक्ष प्रसाद, वरिष्ठ अनुसंधान और दौरा अधिकारी, ऑस्ट्रेलियाई महावाणिज्य दूतावास, कोलकाता के एंजेलिना नायर शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने अकादमिक, छात्रवृत्ति, रणनीतिक अनुसंधान, व्यापार और वाणिज्य, शासन, आपदा प्रबंधन, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, जल संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग की कई परियोजनाओं पर चर्चा की। आपसी सहयोग से शुरू की गई प्रमुख परियोजनाओं में ऑस्ट्रेलिया इंडिया वाटर सेंटर, ऑस्ट्रेलिया वाटर पार्टनरशिप प्रोजेक्ट, सस्टेनेबल वाटर फ्यूचर्स के मास्टर तथा ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रांसडिसिप्लिनरी रिसर्च इन वॉटर (त्रि-जल) शामिल हैं। ऑस्ट्रेलिया इंडिया वाटर सेंटर टिकाऊ जल वायदा में एआईडब्ल्यूसी ग्रेजुएट सर्टिफिकेट, ग्रेजुएट डिप्लोमा और मास्टर्स प्रोग्राम विकसित कर रहा है (वर्तमान में काफी हद तक ऑनलाइन)। इसे युवा जल पेशेवरों (दिसंबर 2021 - नवंबर 2022) के लिए 10 महीने के लंबे पाठ्यक्रम कार्यक्रम को चलाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई जल भागीदारी (डीएफएटी) से 275,000 डॉलर का वित्त पोषण भी मिला है। ऑस्ट्रेलिया वाटर पार्टनरशिप प्रोजेक्ट की वॉटर मैटर्स फॉर इंडिया पहल इनोवेटिव यंग वाटर प्रोफेशनल ट्रेनिंग दे रही है। इसे पहले वर्ष के लिए 275,000 डॉलर का डीएफएटी फंडिंग प्राप्त हुई है। यह 35 वर्ष से कम उम्र के 20 युवा जल पेशेवरों का प्रशिक्षण है। इस प्रशिक्षण को कुछ - स्नातक प्रमाणपत्र, स्नातक डिप्लोमा या मास्टर के लिए मान्यता मिलने की उम्मीद है। सस्टेनेबल वाटर फ्यूचर्स के मास्टर योजना को इसे समस्या-समाधान, स्थिति में सुधार और सतत विकास में जल पेशेवरों की क्षमता निर्माण के उद्देश्य से विकसित किया गया है।