शिलांगः कांग्रेस के सभी पांच विधायकों द्वारा एनपीपी के नेतृत्व वाली मेघालय डेमोक्रेटिक अलाइन्स सरकार को समर्थन देने से गठबंधन के दूसरे दलों से संबंध बिगड़ने के सवाल पर एनपीपी प्रमुख और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हम बीते पांच सालों में बहुत ही नजदीकी और बेहतर तरीके से गठबंधन सहयोगियों के साथ काम कर रहे है। और हमने साथ में सभी मुश्किल हालातों में एक साथ काम किया है और एक दूसरे का विश्वास जीता है और यह अभी भी कायम है। जैसा कि सब जानते हैं हमारे गठबंधन में यह फैसला पहले ही क्या जा चुका है कि हम चुनाव अकेले ही लड़ेंगे। संगमा ने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन या स्थायी दोस्त नहीं होता है। राजनीति जनता के हितों को देख कर होती है। रही बात कांग्रेस विधायकों को गठबंधन में समर्थन देने की तो यह अलग बात है क्योंकि हमारा मतभेद कांग्रेस  के साथ केंद्रीय स्तर पर है मगर राज्य स्तर पर इन विधायकों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के हित को देखते हुए इस गठबंधन को सहयोग किया है तो इसमें हमें या हमारे गठबंधन सहयोगियों को कोई एतराज नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे गठबंधन और मजबूत होगा। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के सभी पांच विधायकों द्वारा एनपीपी के नेतृत्व वाली मेघालय डेमोक्रेटिक अलाइन्स सरकार को समर्थन देने  पर प्रतिक्रिया देते हुए, त्रिमूल कांग्रेस की  मेघालय शाखा ने ट्वीट किया कि बेईमान और सत्ता के भूखे लोगों ने आधिकारिक तौर पर हाथ मिला लिया है। कांग्रेस और एनपीपी के नेतृत्व वाले एमडीए के बीच इस गठबंधन ने एक बार फिर स्पष्ट रूप से मेघालय में एकमात्र विश्वसनीय विकल्प के रूप में चिह्नित किया है! मेघालय को समर्पित, हम सभी के विकास के लिए लड़ना जारी रखेंगे। ज्ञात हो की वर्तमान में मेघालय में विपक्ष नहीं है क्यकिं 60 सीटों वाली मेघालय विधानसभा में कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी थी मगर पिछले साल मुकुल संगमा के नेतृत्व में कांग्रेस के 12 विधायकों ने त्रिमूल कांग्रेस को ज्वाइन कर लिया था जिसके बाद पांच ही विधायक बचे थे और इन्होंने आज एमडीए गठबंधन में विलय कर लिया। वही दूसरे तरफ गारो पहाड़ी जिले के रकसम विधानसभा क्षेत्र के एक और कांग्रेस पूर्व विधायक लेमीसन डी संगमा ने भी  एनपीपी ज्वाइन कर ली।