इटानगरः सीमा सड़क के महानिदेशक (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने शनिवार को नई दिल्ली से ऑनलाइन कार्यक्रम के तहत 980 मीटर लंबी सेला सुरंग-1 के लिए अंतिम विस्फोट किया और इसके साथ ही उत्खनन कार्य आखरी बिंदु तक पहुंच गया है।  रक्षा मंत्रालय के अनुसार सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने यह उपलब्धि खराब मौसम और भारी हिमपात के बीच प्राप्त की है। सेला सुरंग परियोजना अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में स्थित है। इस परियोजना के पूरा हो जाने के बाद यहां तवांग में हर मौसम में आना-जाना सुगम हो जाएगा। इस परियोजना में दो सुरंगें बन रही हैं। सुरंग नं 2 में यातायात के लिए एक बाइ-लेन और आपात स्थिति के लिए एक निकास सुरंग बनाई जा रही है। यह 13,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर बनाई गई सबसे लंबी सुरंगों में से एक होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 में सेला सुरंग परियोजना का शिलान्यास किया था।