गुवाहाटी: लंबे समय से पुस्तक प्रेमियों को पुस्तक मेला का इंतजार था जो अब खत्म हो गया है। पुस्तक प्रेमियों,प्रकाशक,लेखकों,रचनाकारों में एक खासा उत्साह देखा जा रहा है। बुधवार से शुरू हो रहे 12 दिवसीय असम पुस्तक मेले के आयोजन की तैयारी पूरी कर ली गई है। शहर के चांदमारी स्थित अभियांत्रिक खेल मैदान में आयोजित होने वाले इस पुस्तक मेले में पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ ही दिल्ली,कोलकाता व अन्य राज्यों के साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों के साथ देशभर के प्रकाशक शिरकत कर रहे हैं। इस आयोजन में शहरवासियों के साथ छात्र छात्राओं को अच्छीं पुस्तकें मिलने के साथ साहित्य जगत की जानकारियां प्राप्त होंगी। स्टाल बन गए हैं, उसमें रैक भी लग गई है,आलोक से सजाया गया है। इसके साथ ही संपूर्ण रूप से तैयारी पूरी कर ली गई है। पहली बार असम प्रकाशन परिषद व अखिल असम पुस्तक प्रकाशक व विक्रेता संघ के संयुक्त तत्वावधान में असम पुस्तक मेले का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस बार इस पुस्तक मेला में प्रकाशकों के 300 स्टाल होंगे। गत वर्ष की तरह इस बार भी मेले का स्टॉल व गेट के निर्माण कर रही लिब्रा टेंट एंड डेकोरेटर का कहना है कि कोरोना के चलते बढ़ी महंगाई का असर मेला के बजट पर भी पड़ा है। गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मेले का पंडाल,स्टाल बनाने के उपयोग में आनेवाली कील, कपड़ा,प्लाई आदि के दाम में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। गत वर्ष मेला का बजट 32 लाख रुपए था वहीं इस बार यह बढ़ कर 45 लाख रुपए हो गया है। मेले का काम गत 16 दिसंबर से युद्ध स्तर पर चल रहा है। इस काम में 4 सुपरवाइजर, 4 ठेकेदार के साथ ही 120 से अधिक श्रमिक इस काम में लगे हैं। इसमें 1000 मेटल हैलोजन,2000 ट्यूब लाइट के साथ ही आलौकिक विद्युत रोशनी होगी। इस मेले में एक साथ 3 हजार से अधिक पुस्तक प्रेमी पधार सकते हैं, वहीं प्रेक्षागृह में 400 से अधिक लोग एक साथ विभिन्न कार्यक्रमों का आनंद ले सकें। वहीं संघ के संयुक्त सचिव बहरूल इस्लाम का कहना है कि इस बार दिल्ली से 5, कोलकाता से 11 व बांग्लादेश के 11 स्टॉल लगेंगे।
12 दिवसीय असम पुस्तक मेले का शुभारंभ कल, तैयारी पूरी
